उत्तराखंड में भयंकर बारिश और विनाशकारी बाढ में फंसे 28 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों को भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने सुरक्षित निकाला. सरकारी विज्ञप्ति में आज कहा गया कि आईटीबीपी ने कल (24 जून) को दोपहर तीन बजे तक 26538 लोगों को सुरक्षित बचाया था जबकि आज (25 जून) सुबह छह बजे तक 1769 अन्य लोगों को सुरक्षित बचाया गया. इस प्रकार आईटीबीपी अब तक कुल 28307 तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकाल चुका है.
विज्ञप्ति में कहा गया कि जोशीमठ में आईटीबीपी के 300 जवान राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं जबकि गौचर में 300, उत्तरकाशी में 300 और गढवाल क्षेत्र में 100 जवान बचाव कार्य कर रहे हैं. विज्ञप्ति के अनुसार आईटीबीपी की दो बटालियनें (मेरथी और पिथौरागढ) सडक से मलबे को साफ करने के कार्य में लगे हैं. वे कुमाउं क्षेत्र में गांव वालों से मिलकर उनका कुशलक्षेम भी जान रहे हैं.
विज्ञप्ति में बताया गया कि बद्रीनाथ में आईटीबीपी ने हनुमानचटटी और लांबागढ से जोशीमठ के बीच 750 फंसे तीर्थयातियों को निकाला. गोविन्दघाट से जोशीमठ के बीच फंसे 550 लोग निकाले गये. जोशीमठ से रिषीकेश के बीच सडक को खोल दिया गया. गोविन्दघाट से बद्रीनाथ के बीच सडक मार्ग बंद हो गया था. बद्रीनाथ से माना के बीच सडक संपर्क बहाल हो गया है. डाक्टरों और अन्य चिकित्सा स्टाफ की इकाई ने 460 तीर्थयात्रियों को चिकित्सा मुहैया करायी है.