नयी दिल्ली: कांग्रेस आला कमान तमिलनाडु की छह राज्यसभा सीटों के लिए 27 जून को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव में समर्थन के मुद्दे पर सोमवार को फैसला कर सकती है. इन चुनावों को लेकर बड़ा दांव लगा हुआ है.
राज्यसभा चुनावों को लेकर द्रमुक और डीएमडीके के बीच घमासान मचा हुआ है क्योंकि दोनों दल चुनाव में दांव पर लगे छठे सीट को लेकर मुकाबले में हैं. पूरी जानकारी ना देते हुए पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस मुद्दे पर कल फैसला ले लिया जाएगा. लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस आलाकमान विश्लेषण कर रही है कि विधानसभा में उसके पांच विधायक द्रमुक या डीएमडीके में से किसका समर्थन करे.
234 सदस्यीय विधानसभा में द्रमुक के 23 विधायक है जबकि अभिनेता-राजजेता विजयकांत की पार्टी डीएमडीके के विधायकों की संख्या 22 है. जीत के लिए 34 विधायकों के समर्थन की जरुरत है. अन्नाद्रमुक और वाम दलों ने क्रमश: चार और एक सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े किए हैं, दोनों के पास अपने उम्मीदवारों को जिताने के लिए पर्याप्त विधायकों का समर्थन है. सत्तासीन अन्नाद्रमुक, माकपा उम्मीदवार डी राजा का समर्थन कर रही है.
कांग्रेस ने पिछला लोकसभा चुनाव द्रमुक के साथ मिलकर लड़ा था लेकिन दोनों दलों का नौ साल का साथ कुछ महीनों पहले टूट गया. यह चुनाव द्रमुक अध्यक्ष करुणानिधि के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गए हैं क्योंकि उनकी बेटी कनिमोई चुनावी मैदान में है.
खबरों के अनुसार दोनों दल द्रमुक और डीएमडीके ने कांग्रेस पर अपने उम्मीदवारों क्रमश: कनिमोई एवं एआर एलंगोवन के समर्थन के लेकर दबाव बढ़ा दिया है. दोनों दलों के नेता राजधानी में वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं से मिल रहे हैं.