कोटेश्वर (गुजरात): पाकिस्तान से घुसपैठ के लिए बदनाम 22 किलोमीटर लंबे ‘हरामी नाला’ में निगरानी रखने के लिए भारत होवरक्राफ्ट तैनात करने की योजना बना रहा है.
इस आधुनिक मशीन को सर क्रीक क्षेत्र में भी तैनात किया जाएगा जो दोनों देशों के बीच समुद्री विवाद का विषय रहा है. सीमा सुरक्षा बल के उप महानिरीक्षक और भुज क्षेत्र के प्रभारी ए एस राठौड़ ने यहां पीटीआई से कहा, ‘‘होवरक्राफ्ट का प्रस्ताव दे रखा है. दो होवरक्राफ्ट प्रदान किये जाएंगे. गृह मंत्रालय मामले में विचार कर रहा है.’’ होवरक्राफ्ट जमीन, पानी और दलदल में तेजी से चल सकने वाला वाहन होता है.
भारत की सीमा के पास 22 किलोमीटर लंबा और डेढ़ किलोमीटर चौड़ा हरामी नाला है.पाकिस्तान की ओर से करीब दो किलोमीटर लंबी और 50 मीटर चौड़ी एक नहर से इस नाले तक आया जा सकता है.
बीएसएफ के एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हरामी नाला में भारत की तरफ से नहीं जाया जा सकता क्योंकि इस नाले का उत्तर और दक्षिण का भाग दलदली है और कच्छ के रण का हिस्सा है.’’ भारत ने इस समय इस इलाके में गश्त के लिए सभी तरह के क्षेत्रों में चलने वाले दो वाहनों को खरीदा है. अधिकारी ने कहा, ‘‘अगर हमारे पास होवरक्राफ्ट होगा तो निगरानी रखने में और मदद मिलेगी.’’