जयपुर : देश के विभिन्न भागों से हर वर्ष लाखों लोग उत्तराखंड के तीर्थस्थलों की यात्रा पर जाते हैं और अपने तथा अपने परिजन के लिए सुख समृद्धि की कामना करते हैं, लेकिन इस वर्ष बारिश के तांडव ने तीर्थस्थलों को जलसमाधि में बदल दिया है और वहां फंसे लोगों की सलामती के लिए उनके परिजन दुआ मांग रहे हैं.
राजस्थान से गए सैकड़ों लोगों के उत्तराखंड के वर्षा और बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे होने की खबर है. राजस्थान सरकार ने उत्तराखंड में फंसे श्रद्धालुओं में से दो सौ चौसठ से सम्पर्क होने और इनमें से एक सौ 99 के शनिवार तक सकुशल पहुंचने की जानकारी दी है.
उत्तराखंड के दौरे पर गये राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, उत्तराखंड में अतिवृष्टि राष्ट्रीय आपदा की तरह है और श्रद्धालुओं को बचाने के लिए हर संभव उपाय किये जा रहे हैं. राजस्थान के श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के लिए हरिद्वार, देहरादून समेत पांच स्थानों पर शिविर खोलकर निशुल्क बस से उनके घर छोड़ने के प्रबंध किये गये हैं.
मुख्यमंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं को खाने पीने, सर्दी से बचाने और बीमार श्रद्धालुओं के उपचार के प्रबंध भी किये गये है. राज्य सरकार ने दो करोड़ रुपये की मदद दी है यह मदद साकेंतिक है.
राजस्थान के मुख्य सचिव सी के मैथ्यू ने कहा है कि राज्य सरकार प्रदेश के श्रद्धालुओं को सुरक्षित लाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर उत्तराखंड में तीन स्थानों पर वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में दल काम कर रहे है और दो हेलीकॉप्टर भी लगाये गये हैं.