नयी दिल्ली : उत्तराखंड में राहत प्रयासों में समन्वय की कमी और बाधाओं संबंधी गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे की स्वीकारोक्ति को निराशाजनक बताते हुए भाजपा ने सवाल किया कि जब राज्य और केंद्र दोनों जगह कांग्रेस की सरकार है तो इस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है.
पार्टी के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने यहां कहा, गृह मंत्री का बयान बहुत निराशाजनक है. संकट की इस घड़ी में, जब लोग आपदा से प्रभावित हों, सरकार की ओर से राहत देने वाले बयानों की जरुरत है न कि अंतरविरोधी वक्तव्यों की. उन्होंने कहा, सरकार की ओर से यह मानना बहुत खेदजनक स्थिति की ओर इशारा है कि विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय की कमी है.
उत्तराखंड और केंद्र दोनों जगह कांग्रेस का शासन है, ऐसे में इस हालात के लिए कौन जिम्मेदार है. नकवी ने कहा, बेहतर समन्वय के प्रयास करने की बजाय राज्य सरकार पर केंद्र आरोप लगा रही है. अगर समन्वय की कमी है तो उसे ठीक किया जाए जिससे आपदा के शिकार लोगों को जल्द से जल्द राहत मुहैया कराई जा सके.
ऐसा करने की बजाए केंद्र सरकार राज्य सरकार पर तोहमत लगा रही है. इससे पहले शिंदे ने संवाददाताओं से बातचीत में स्वीकार किया था कि राहत कार्य में लगीं सरकारी एजेंसियों में समन्वय की कमी है और पूर्व गृह सचिव वी के दुग्गल से कहा गया है कि राहत कार्यो को देखें और एजेंसियों के बीच समन्वय बनायें.
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की उत्तराखंड यात्रा की खबरों के बारे में पूछे जाने पर भाजपा नेता ने कहा, पूरा देश उत्तराखंड में आयी आपदा से दुखी और चिंतित है. उन्होंने कहा कि मोदी भी इस भावना से भागीदार बने हैं और हर तरह की मदद की देने करने को कहा है.