उत्तरी कमान के जनरल आफिसर कमांडिंग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल के टी परनाइक ने आज कहा कि सेना को आतंकवादियों द्वारा 28 जून से शुरु होने वाली अमरनाथ यात्रा को बाधित करने का प्रयास किए जाने की जानकारी मिली है. परनाइक ने उत्तरी कमान के स्थापना दिवस के मौके पर संवाददाताओं को बताया, ‘‘ हमें जो खुफिया जानकारी मिली है , उसके अनुसार उनकी (आतंकवादी) यात्रा को बाधित करने की मंशा है.’’
हालांकि उन्होंने कहा कि यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि इस प्रकार की धमकियां कहां से आ रही हैं और आतंकवादी किस प्रकार तीर्थयात्रियों पर हमला करने की कोशिश कर सकते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘ इस प्रकार की चेतावनियां आ रही हैं लेकिन ये लोग कौन हैं और कहां से आ रहे हैं,कैसे वे हमला करेंगे , यह कोई नहीं जानता.’’ जनरल ने कहा कि बलों को बेहद चौकस रहने और असामाजिक तत्वों द्वारा किए जाने वाले ऐसे किसी भी प्रयास को नाकाम करने की जरुरत है.
उन्होंने कहा, ‘‘एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. हमारे एकीकृत कमान और अभियान समूहों की बैठकें हुई हैं. हमने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा के लिए स्थापित ‘‘आपरेशन’’ शिव के तहत भी बैठकें की हैं. हम तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षा प्रबंधों पर विचार विमर्श करते हैं और यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए योजना बनायी गयी है.’’ परनाइक ने कहा, ‘‘मार्ग की सुरक्षा, जैसा कि आप जानते हैं,केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और जम्मू कश्मीर पुलिस की चिंता का विषय है. सेना अमरनाथ गुफा के समीप तैनात है. लेकिन हम चारों ओर से निगरानी रखते हैं.’’ परनाइक ने बताया, ‘‘हमें चौकस रहने की जरुरत है और हमें उन्हें ऐसा कोई मौका नही देना है जिससे वह ऐसी किसी घटना को अंजाम दे सकें.’’ जनरल ने हालांकि स्वीकार किया कि मानवीय रुप से यह काफी मुश्किल होगा कि यात्रा के लिए आने वाले हर तीर्थयात्री पर नजर रखी जाए.
उन्होंने कहा, ‘‘ यात्रा के लिए आने वाले हर व्यक्ति पर नजर रखना बहुत मुश्किल है. हम हर व्यक्ति का टूथ पेस्ट और टूथ ब्रश नहीं जांच सकते. ना ही हम उनके जूतों की जांच कर सकते हैं. मानवीय रुप से यह मुश्किल है.’’ लेकिन उन्होंने कहा कि इस प्रकार की स्थितियों से निपटने के लिए अन्य तरीके हैं. जनरल ने कहा कि पिछले कुछ सालों में राज्य में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है. उन्होंने कहा, ‘‘पिछले कई सालों से हमने बेहद अच्छा समय देखा है. पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, यात्रा में भी वृद्धि हुई है. तीर्थयात्रा के लिए अधिक यात्री आ रहे हैं. वे देखते हैं कि इलाका कितना शांतिपूर्ण है. उन्हें यहां आकर अच्छा लगता है.’’