धनौल्टी/नयी दिल्ली :उत्तर भारत में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है.कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. उतराखंड में बादल फटने से 60 लोगों के मरने की आशंका जतायी जा रही है. राज्य के धनौल्टी में बादल फटने से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई है.
इससे चार धाम के हजारों यात्रियों के फंसे होने की संभावना है.पूरे उत्तराखंड में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है. बारिश से अब तक 13 लोगों की जान चली गई, जबकि कई लोग मलवों के नीचे आकर घायल हो गए हैं. वहीं, 100 से अधिक लोगों के लापता होने की खबर आ रही है. यही नहीं बारिश के कहर ने चार धाम की यात्रा पर भी ब्रेक लगा दिया है. 20 हजार से अधिक सैलानी पहाड़ों पर फंसे हुए हैं. ऋषिकेश-बदरीनाथ और गंगोत्री मार्ग बाधित होने के कारण ऋषिकेश से चारधाम यात्रा बंद कर दी गई है. चार हजार से अधिक वाहन हाइवे पर रोक दिए गए हैं.
हरियाणा के हथिनी कुंड बांध से आठ क्यूसेक पानी छोड़ा
हरियाणा के कई इलाकों विशेषकर यमुनानगर जिले में हुई भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है, यहां तक कि यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है. ऐसे में अधिकारियों को आसपास के जिलों करनाल, पानीपत और सोनीपत में चेतावनी जारी करनी पड़ी.भारी बारिश से लबालब हो चुकी यमुना का पानी बाढ़ बनकर इसके तटीय इलाकों में भर रहा है जिससे जिले के कई निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.
बारिश से यमुना के जलस्तर में जबर्दस्त इजाफा हुआ है. आज सुबह ही हथिनी कुंड बांध से आठ क्यूसेक पानी छोड़ा गया. पास के जिलों करनाल, पानीपत और सोनीपत में चेतावनी जारी कर दी गई है.
यमुनानगर के उपायुक्त मारकंड खेते मलिश ने प्रेट्र से फोन पर बातचीत में बताया, “यह अब तक सबसे अधिक मात्रा में बांध से छोड़ा गया पानी है. हालांकि दोपहर तक बांध में पानी का स्तर थोड़ा कम हुआ जो छह लाख क्यूसेक के आसपास था. भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होने से हरियाणा के यमुनानगर जिले में 15 बच्चों सहित 52 लोग सड़क पर आसरा लिए हुए हैं.”
मौसम विभाग के अधिकारियों के मुताबिक यमुनानगर जिले के चचरौली (271 मिमी), बिलासपुर (270 मिमी) और जगधारी (261 मिमी) में पूरी रात भारी बारिश हुई.
इस बीच मौसम अधिकारियों ने कहा कि हरियाणा के अंबाला (34.9 मिमी), फरीदाबाद (71 मिमी), बल्लभगढ़ (46 मिमी), गुड़गांव (60 मिमी), निलोखेड़ी (76 मिमी), करनाल (41 मिमी), रेवाड़ी (15 मिमी), पानीपत (10 मिमी), सोनीपत (30 मिमी) और पंचकुला (30 मिमी) जैसे कई इलाके बारिश से सराबोर हुए.
जबकि पड़ोसी राज्य पंजाब के फरीदकोट (19 मिमी), फतेहगढ़ साहिब (24 मिमी), नाभा (30.5 मिमी), रोपड़ (15 मिमी) और मोहाली (35 मिमी) जैसे कुछ ही इलाकों में बारिश हुई.राजधानी चंडीगढ़ में पूरी रात (41.5 मिमी) बारिश हुई.
भारी बारिश से दिल्ली बेहाल
लगातार दूसरे दिन भी जारी भारी बारिश से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सराबोर हुई जिसके कारण शहर के कई इलाकों में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई और साथ ही ट्रैफिक जाम की दिक्कत आयी.
मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली में कल शाम साढे पांच बजे से लेकर आज सुबह साढे आठ बजे तक 21.9 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. जबकि पिछले 24 घंटों में 58.5 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है.कल शाम साढे पांच बजे तक शहर में 36.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. शहर में यह मानसून की पहली बारिश है.
बारिश से दिल्लीवासियों को गर्मी से राहत मिली लेकिन इससे शहर के लक्ष्मीनगर, आईटीओ, कश्मीरी गेट, मुनिरका, द्वारका और धौला कुआं जैसे कई इलाकों में जलजमाव और ट्रैफिक में समस्याएं भी पैदा हो गईं.
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट भी भारी बारिश के कारण पानी से भर गया है नतीजतन एयरपोर्ट की सेवाओं पर प्रभाव पड़ा है. पालम क्षेत्र में पिछले 24 घंटे में (सुबह 8:30 बजे तक) 123.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बाद के दिनों में भी बारिश और बादल घिरे होने का अनुमान है जबकि अधिकतम और न्यूनतम तापमान के क्रमश: 31 और 24 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है. कल अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 31.5 डिग्री सेल्सियस और 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था जो अधिकतम तापमान में आठ डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान में चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट थी.