चेन्नई : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का कहना है कि भ्रष्टाचार से लड़ने और महंगाई पर नियंत्रण करने के लिए कांग्रेस और भाजपा के बजाय किसी वैकल्पिक मोर्चे का गठन वाम दलों की पहल के बिना संभव नहीं है.
भाकपा महासचिव सुधाकर रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारी पार्टी का मानना है कि संघीय मोर्चे का प्रस्ताव अर्थहीन है. गैर कांग्रेसी, गैर भाजपाई और क्षेत्रीय पार्टियों को महज इकट्ठा कर लेने भर का कोई उपयोग नहीं है. इससे देश के लोगों के लिए कोई बदलाव नहीं आने वाला.’’
रेड्डी पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हालिया बयानों से जुड़े सवाल का जवाब दे रहे थे, जिसमें बनर्जी ने लोकसभा चुनावों के लिए गैर कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों का संघीया मोर्चा बनाने की बात की थी. रेड्डी ने कहा कि अच्छा काम कर सकने वाले किसी भी वैकल्पिक मोर्चे की सरकार, ‘वाम दलों के प्रयास के बिना संभव नहीं होगी.’
रेड्डी ने कहा कि वर्तमान सरकार के भ्रष्टाचार, महंगाई से लड़ने और ‘जनविरोधी’ व ‘कारपोरेट के पक्ष वाली’ नीतियों को बदलने के लिए एक वैकल्पिक मोर्चा होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हम केंद्र में एक वैकल्पिक मोर्चे का शासन देखना चाहते हैं, किसी तीसरे मोर्चे का नहीं.’’