त्रिशूर: लोकसभा चुनावों के लिए माकपा द्वारा तीसरे मोर्चे के प्रयासों की बात को खारिज करते हुए पार्टी महासचिव प्रकाश करात ने आज कहा कि वह क्षेत्रीय दलों के वामपंथी लोकतांत्रिक विकल्प के लिए काम करेगी.
करात ने यहां संवाददाताओं से कहा कि यह मोर्चा ‘समन्वय और युक्तियों’ पर आधारित अस्थाई व्यवस्था के तौर पर होगा.उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रीय दल अपनी अलग-अलग नीतियों और कार्यक्रमों के चलते प्रस्तावित वैकल्पिक मोर्चे में स्थाई तौर पर शामिल होने के अनुरुप नहीं होंगे.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा एक नये गैर-कांग्रेसी और गैर-भाजपाई मोर्चे के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर करात ने कहा कि माकपा में इस संबंध में कोई चर्चा नहीं हुई है. हालांकि करात ने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के साथ गठबंधन का सवाल ही नहीं उठता. तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पश्चिम बगाल में अनेक माकपा कार्यकर्ताओं पर हमले किये हैं.’’
पश्चिम बंगाल में संप्रग-1 की तर्ज पर कांग्रेस को समर्थन देने के माकपा नेताओं के विचार को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि यह मीडिया की मनगढंत कल्पना है. इससे पहले करात ने दिवंगत पार्टी नेता ई एम एस नंबूदरीपाद की 104वीं जयंती पर पास के अय्यानथोले में ‘भारतीय अर्थव्यवस्था, राजनीतिक लोकतंत्र और समाज के लिए वामंपथी विकल्प’ विषय पर उद्घाटन व्याख्यान दिया.