नयी दिल्ली : कांग्रेस के लिए एक बड़ी शर्मिंदगी वाले घटनाक्रम में सीबीआई ने कोयला घोटाले की जांच के सिलसिले में एक और प्राथमिकी दायर की है जिसमें कांग्रेसी के सांसद नवीन जिंदल और पूर्व कोयला राज्य मंत्री दसारि नारायण राव को धोखाधड़ी और रिश्वत के लेनदेन के आरोप में नामजद किया गया है. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि कोयला खान आवंटन घोटाले की जांच के मामले में यह 12वीं प्राथमिकी है. प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद एजेंसी ने मंगलवार को देश में 15 ठिकानों पर छापे मारे. इनमें जिंदल के दिल्ली स्थिति कार्यालय व निवास तथा पूर्व कोयला राज्यमंत्री राव के हैदराबाद के ठिकाने शामिल हैं.
सीबीआई के दल ने जिंदल के दिल्ली छह-पृथ्वीराज रोड स्थि निवास और भीकाजी कामा प्लेस में स्थित उनकी कंपनियों के कार्यालयों पर छापे मारे. जिंदल और राव के अलावा सीबीआई ने जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड और गगन स्पंज को भी इस एफआईआर में नामजद किया है. इन कंपनियों को 2008 में बीरभूम में अमरकोंडा मुर्गाडंगल कोयला खानों का आवंटन किया गया था. एजेंसी ने जिंदल की कंपनियों. जिंदल रीयल्टी और एनडी एक्जिम और राव की कंपनी सौभाग्य मीडिया पर मामला दर्ज किया है.
एजेंसी ने जिंदल, राव और कंपनियों पर आपराधिक साजिश, धोखाधड़ी और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है. कांग्रेस के तत्कालीन राज्य सभा सदस्य राव 2004-06 और 2006-08 के बीच कोयला राज्य मंत्री थे. उनसे कोयला खान आवंटन की जांच के सिलसिले में पहले ही पूछताज पूछ-ताछ की जा चुकी है.
जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के विदेशी कारोबार संबंधी मामलों के प्रमुख मनु कपूर ने इस घटनाक्रम के बारे में कहा ‘‘जेएसपीएल कानून का पालन करने वाली कंपनी है और इसका परिचालन मजबूत नैतिकता के साथ किया जाता है. कोयला खान के आवंटन के मामले में सीबीआई की जांच चल रही है. जांच के इस मुकाम पर जेएसपीएल सीबीआई के साथ पूरी तरह सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है.’’ भाजपा के प्रवक्ता प्रकाश जावड़ेकर ने एजेंसी की इस कार्रवाई को बहुत देर से और बहुत कम कार्रवाई कहा. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई केवल सर्च (छापा डालने) तक ही सीमित नहीं रहनी चाहिए.
कोल आवंटन में सीबीआई छापों का भाजपा ने किया स्वागत
भाजपा ने कोयला ब्लॉक आवंटन मामले में सीबीआई के छापों और कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल तथा पूर्व मंत्री दसारी नारायण राव के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करने का स्वागत किया है. लेकिन साथ ही मांग की कि मामले की तह तक जाने के लिए इस बात का पता लगाया जाये कि आवंटन में लेन-देन का धन कहां से आया और कहां गया.
पार्टी प्रवक्ता प्रकाश जावडेकर ने यहां कहा, भाजपा पूर्व कोयला मंत्री दसारी नारायण राव और कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल के यहां छापे मारे जाने का स्वागत करती है. उन्होंेने कहा कि भाजपा नेताओं की शिकायत पर सीबीआई ने यह जांच शुरु की है और इस बड़े घोटाले में उसे अब यह पता लगाना चाहिए कि कोयला ब्लॉक आवंटन में धन का जो लेन देन हुआ वह कहां से आया और कहां गया। उन्होंने कहा कि इसके बिना जांच बेमानी रहेगी. भाजपा प्रवक्ता ने कहा, कांग्र्रेस के शासन में राशन कार्ड तक बिना रिश्वत के नहीं बनता है. इस मामले में यह निश्चित है कि धन सत्ताधारी पार्टी के पास गया न कि सरकार के पास.
सरकार पर उन्होंने आरोप लगाया कि वह जांच में बाधाएं डाल रही है. उन्होंने कहा, जांच यूं तो उच्चतम न्यायालय की निगरानी में हो रही है, मगर सरकार उसमें बाधाएं डाल रही है. इस घोटाले में एक पूर्व कोयला सचिव का नाम आया है लेकिन सरकार सीबीआई को उनसे पूछताछ करने की अनुमति नहीं दे रही है. जावेडकर ने दावा किया कि इस मामले से संबंधित महत्वपूर्ण फाइलें अभी भी सरकार के पास हैं जिन्हें सीबीआई को तुरंत सौंपा जाना चाहिए.