पणजीः गोवा के तलेगांव में भाजपा द्वारा 2014 चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पहली बार कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नरेंद्र मोदी ने सबसे पहले राजनाथ सिंह का आभार प्रकट किया.
उन्होंने कहा मुझे बड़े सम्मान के साथ बड़ी जिम्मेदारी मिली है. मोदी ने कहा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे अंगुली पकड़ कर चलाना सिखाया है. उन्होंने जितना समय अपने बच्चों को दिया होगा उतना समय मुझे भी दिया है. मेरी क्षमता और संस्कार पर पूरा अधिकार बीजेपी का है, बीजेपी कार्यकताओं का है. हम उस पार्टी के कार्यकर्ता है जहां कार्य़भार जिम्मेवारी होती है.
हम पदभार और कार्यभार दोनों को संतुलित रूप से चलाते हुए देश की आम जनता की आशा को पूरा करने की कोशिश करते हैं. इस पद के साथ जो सम्मान दिया गया इस पर आभार प्रकट किया. मोदी ने कहा कि हमें विरोधियों ने अपने विचारों से विचलित करने का पूरा प्रयास किया पर हम कभी नहीं रूके हमारी विरासत को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. बीजेपी सपने लेकर चली है हमारे लिए सत्ता भोग का साधन नहीं है. बीजेपी के किसी सीएम पर कोई आरोप नहीं लगे.
आरोप दिल्ली में बैठे लोगों पर लगते हैं. हमें जो काम मिले हैं उन्हें पूरा करना है. मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कांग्रेस जैसी पार्टी से ना तो कोई अपेक्षा की जा सकती है और ना भरोसा किया जा सकता है. गोवा पर मोदी ने कहा मेरे जीवन में गोवा का विशेष स्थान रहा है. यही गोवा है जहां मुझे गुजरात में शासन आगे बढ़ाने की अनुमति मिली थी .आज गुजरात कितना तरक्की कर रहा है आप देख रहे हैं. इस बार भी गोवा में मुझे नयी जिम्मेवारी मिली है आप देखेंगे कि इस जिम्मेवारी पर भी मैं पूरा खरा उतरुंगा. जब – जब मुझे आशीर्वाद मिला नैय्या पार लगी है.
इससे पहले राजनाथ सिंह ने कार्यकत्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, नरेंद्र मोदी को कमान सौपने में मुझे सुख की अनुभूति हुई है. मुझे फैसला लेने में जरा भी हिचक नहीं हुई.
जनता की जो मांग थी वही निर्णय लिया ये न्याय का तकाजा था, समय की मांग थी. कांग्रेस पर हमला करते हुए राजनाथ ने कहा कि कांग्रेस कब तक आम जनता की आंखों में धूल झोंकती रहेगी. चीन, भारत को चारों तरफ से घेर रहा है. देश का भला कांग्रेस नहीं कर सकती.
राजनाथ ने पीएम मनमोहन सिंह पर भी सवाल उठाए और कहा जो व्यक्ति कोल गेट जैसे मामलों में संलिप्त है वो देश क्या चलाएगा. देश को ऐसा नेता चाहिए जिस पर भष्ट्राचार को कोई आरोप ना हो. बीजेपी ने देश को सशक्त शासन दिया है. इस अवसर पर अरुण जेटली ने कहा कि राजनाथ सिंह ने भाजपा की राजनीति को नयी दिशा दी है.
उन्होंने कहा कि राजनाथ सिंह ने निर्णय करने की क्षमता को प्रदर्शित किया है. वैसे भी नेता का प्रमुख गुण नेतृत्व करना होता है. उन्होंने इसके लिए राजनाथ सिंह को बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने मोदी को बधाई देते हुए कहा कि प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाया जाना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने देश को गर्त में धकेल दिया है. आज देश नेतृत्वविहीन हो गया है. प्रधानमंत्री को पद तो मिला है, अधिकार नहीं. देश भ्रष्टाचार की आग में धधक रहा है. शायद यह सरकार देश की सबसे भ्रष्ट सरकार है. बीजेपी के प्रचार समिति के अध्यक्ष बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी से बात की और उनसे आशीर्वाद मांगा.
मोदी ने सोशल नेटवर्किंग साइट पर लिखा कि पदभार मिलने के बाद मैंने आडवाणी जी से फोन पर बात की उन्होंने मुझे आशीर्वाद दिया. मुझे उनसे बात करके बहुत अच्छा लगा.
वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी और कुछ अन्य आला नेताओं की असहमति को दरकिनार करते हुए भाजपा ने आज गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को 2014 के लोकसभा चुनावों के लिए अपनी चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष घोषित किया है जो उनके प्रधानमंत्री पद के दावेदार बनने की दिशा में ही एक कदम के तौर पर देखा जा रहा है.
भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के दो दिवसीय अधिवेशन के समापन पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, मैं आपको महत्वपूर्ण जानकारी देना चाहता हूं. मैंने 2014 के लोकसभा चुनाव की चुनौती को ध्यान में रखते हुए और चुनावों में विजय प्राप्त करने के लिहाज से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष घोषित किया है.
राजनाथ की ओर से यह घोषणा किये जाते समय उनके साथ संसद के दोनों सदनों में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज और अरुण जेटली, पूर्व पार्टी अध्यक्ष एम वेंकैया नायडू, महासचिव अनंत कुमार और अन्य नेता मौजूद थे. उन्होंने हालांकि, संवाददाताओं के सवालों का जवाब नहीं दिए.
राजनाथ ने कहा, जो कुछ भी हुआ है, आम-सहमति के आधार पर हुआ है. 63 वर्षीय मोदी को चुनाव प्रचार की कमान सौंपने का फैसला ऐसे वक्त में लिया गया है जब उन्हें ज्यादा बड़ी जिम्मेदारी सौंपे जाने का पुरजोर विरोध करने वाले आडवाणी ने पार्टी की तीन दिवसीय गोवा बैठक में भाग नहीं लिया.
आडवाणी के अलावा जसवंत सिंह, यशवंत सिन्हा, उमा भरती और शत्रुघ्न सिन्हा समेत अन्य कई नेताओं ने भी गोवा की बैठक में शिरकत नहीं की. कहा जा रहा है कि ये नेता मोदी का कद बढ़ने से खुश नहीं हैं.
दो दिन के उतार-चढ़ाव और मंथन के बाद आडवाणी जैसे नेताओं की असहमति की अनदेखी करते हुए पार्टी मोदी को बड़ी और अहम भूमिका प्रदान करती नजर आ रही है. पार्टी में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद दूसरे नंबर पर आडवाणी को ही सबसे बड़े कद का नेता माना जाता रहा है.
राजनाथ ने कहा कि सभी दल चुनावों को चुनौती के तौर पर देखते हैं और भाजपा ने भी आगामी लोकसभा चुनावों को चुनौती के तौर पर स्वीकार किया है. चुनावों में जीत हासिल करने के मकसद से ही मोदी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गयी है.
उन्होंने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है और यह भी भरोसा है कि 2014 के चुनावों में जीतकर भाजपा सत्ता में पहुंचेगी.