लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सवाल किया है कि अखिलेश यादव सरकार के पास ऐसे कौन से तथ्य हैं, जिनके आधार पर वह न्यायालय में चाजर्शीट दाखिल होने के बाद भी आतंकवाद के आरोपियों को निर्दोष बताने में जुटी है. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार को वे तथ्य सार्वजनिक करने चाहिये जिनके आधार पर वह आतंक के आरोपियों को निर्दोष मान रही है.
अखिलेश सरकार पर मुकदमा वापसी की आड़ में अपने राजनैतिक एजेण्डे पर काम काम करने का आरोप लगाते हुए पाठक ने सवाल किया कि सरकार उन घटनाओं के आरोपियों को छोड़ने की कवायद में क्यों जुटी है जिनके बारे में यह सार्वजनिक है कि वे घटनाएं आतंकी थीं. उन्होंने कहा कि सपा सरकार पहले कचहरी सीरियल ब्लास्ट और अब वाराणसी ब्लास्ट के आरोपियों की रिहाई की कवायद में क्यों जुटी है. जबकि सुरक्षा एजेसियों के पास आतंक के आरोपियों के हूजी से संबंध होने के पुख्ता प्रमाण हैं. कॉल डिटेल भी हैं.
पाठक ने कहा कि आतंकी घटनाओं में संलिप्तता के सबूत होने के बावजूद बगैर न्यायालय के निर्णय के पहले आरोपियों को निर्दोष करार दिये जाने का आधार तो होना चाहिये और यदि कोई आधार है तो सपा सरकार को उसे सार्वजनिक करना चाहिए। वरना नीयत पर सवाल तो उठेंगे ही.