नयी दिल्ली:बसपा सदस्यों ने दो दलित बहनों से बलात्कार के बाद उनको पेड पर फांसी से लटकाने की घटना सहित उत्तर प्रदेश में अपराध की विभिन्न घटनाओं पर राज्य की अखिलेश यादव सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर राज्यसभा में आज जबरदस्त हंगामा किया, वहीं केंद्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर भी इस बारे में चुप्पी साधे रखने का आरोप लगाया. उच्च सदन में इस मुद्दे पर बसपा सदस्यों के हंगामे के कारण बैठक को दस मिनट के लिए स्थगित भी करना पडा. बाद में पूर्वाह्न करीब 11 बजकर 20 मिनट पर बैठक फिर शुरु होने पर बसपा सदस्य सदन से वाकआउट कर गये.
बसपा प्रमुख मायावती ने बैठक शुरु होने के कुछ ही समय बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था का मुद्दा उठाया. उन्होंने बदायूं में दो बहनों के साथ कथित बलात्कार और उन्हें फांसी पर लटकाने की घटना और गौतमबुद्ध नगर जिले में दादरी के समीप एक भाजपा नेता की हत्या की घटना का जिक्र करते हुए आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह ठप हो चुकी है.
बसपा नेता ने कहा राज्य में कानून व्यवस्था की स्थगित बहुत खराब है. केंद्र सरकार को तत्काल हस्तक्षेप कर राज्य सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि बदायूं बलात्कार मामले की सीबीआई जांच का आश्वासन दिया गया था लेकिन अब तक मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की सिफारिश नहीं की.