बालेश्वर (ओडिशा): भारत में ही विकसित ‘पिनाक’ रॉकेटों के अत्याधुनिक मार्क-2 संस्करण का पिछले दो दिनों में आज दूसरी बार सफल परीक्षण किया गया. यहां से करीब 15 किलोमीटर दूर चांदीपुर के एक रक्षा अड्डे से एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉंचर से रॉकेटों का सफल परीक्षण किया गया.
रक्षा सूत्रों ने बताया कि चांदीपुर फायरिंग रेज संख्या-2 के प्रूफ एंड एक्सपेरिमेंटल इस्टैबलिशमेंट (पीएक्सई) से रॉकेटों का सफल परीक्षण किया गया. चांदीपुर पीएक्सई के निदेशक अप्पावू राज ने बताया, ‘‘पिनाक रॉकेटों के मार्क-2 संस्करण के कुल छह, तीन कल और तीन आज, रॉकेटों का सफल परीक्षण किया गया. इन रॉकेटों की रेंज 60 किलोमीटर से ज्यादा है.’’ रक्षा सूत्रों ने कहा, ‘‘डीआरडीओ के पुणो स्थित आर्मामेंट रिसर्च एंड डेवलपमेंट इस्टैबलिशमेंट के कर्मियों ने पीएक्सई के व्यवस्थागत समर्थन से परीक्षणों को अंजाम दिया.’’
सूत्रों ने बताया कि पिनाक एक अनिर्देशित रॉकेट प्रणाली है जिसे तेज हमलों से बडे इलाकों को भेदने के लिए तैयार किया गया है. साल 1995 के बाद से इसके कई परीक्षण हो चुके हैं. पिनाक को सशस्त्र बलों में शामिल किया जा चुका है और मौजूदा परीक्षणों का मकसद प्रणाली में कुछ सुधार करना है. तकरीबन 60 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी की रेंज से लैस अत्याधुनिक संस्करण मार्क-2 रॉकेटों को आर्टिलरी बंदूकों की सहायता के लिए विकसित किया गया है.