नयी दिल्ली : कांग्रेस संसदीय दल की 24 मई को होने वाली बैठक में सोनिया गांधी के पुन: अध्यक्ष चुने जाने की उम्मीद है. लोकसभा चुनावों के बाद पार्टी संसदीय दल की यह पहली बैठक होगी. इस चुनाव में पार्टी की सीटों की संख्या 206 से घटकर 44 पर पहुंच गयी है.
कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की आम सभा की बैठक नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राजग सरकार के 26 मई को शपथ लेने से दो दिन पहले हो रही है. सीपीपी अध्यक्ष संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा में ऐसे समय में पार्टी नेता मनोनित करेंगी जब इस बात को लेकर अभी भी सवाल बना हुआ है कि क्या पार्टी को लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद मिलेगा या नहीं क्योंकि पार्टी के पास निचले सदन में सदस्यों की संख्या 55 होने का अनिवार्य आंकडा नहीं है.
यद्यपि कमलनाथ का नाम लोकसभा में पार्टी के नेता के लिए चर्चा में है लेकिन पार्टी के एक महासचिव ने इस बात पर जोर दिया है कि सिर्फ सोनिया और राहुल के नाम पर ही सर्वसम्मति संभव है. सीपीपी की शनिवार को होने वाली इस बैठक से पहले सोमवार को पार्टी की कार्य समिति की बैठक हुई थी जिसमें सोनिया और राहुल ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी जिसे पार्टी ने सर्वसम्मति से ठुकरा दिया था.