नयी दिल्ली: उच्चतम न्यायालय ने कोलकाता में 2002 में अमेरिकी सेंटर पर हुए हमले में मृत्युदंड पाने वाले दो दोषियों की सजा कम करते हुए आज आदेश दिया कि हमले का मास्टरमाइंड जिंदगी की आखिरी सांस तक और दूसरा दोषी किसी छूट के बिना कम से कम 30 साल तक जेल में रहेंगे.
न्यायमूर्ति ए के पटनायक और न्यायमूर्ति एफ एम इब्राहिम खलीफुल्ला की पीठ ने मास्टरमाइंड आफताब अहमद अंसारी और जमीलुद्दीन नासिर की दोषसिद्धि बरकरार रखी लेकिन साथ ही कहा कि इस मामले में मृत्युदंड देने की आवश्यकता नहीं है.
अदालत ने कलकत्ता उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली अंसारी और नसीर की याचिकाओं पर यह आदेश दिया है. उच्च न्यायालय ने निचली अदालत द्वारा दोषियों को सुनायी गयी मौत की सजा की पुष्टि की थी. उच्चतम न्यायालय ने दोषियों को दिए गए मृत्युदंड पर 2010 में रोक लगा दी थी.