नयी दिल्ली: एग्जिट पोल में केंद्र में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में सरकार बनने के प्रबल संकेतों के बीच विशेषज्ञों का मानना है कि इस भाजपा नेता द्वारा अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाये जाने की उम्मीद में रोजगार बाजार में उछाल आने की संभावना है.मानव संसाधन फर्म यूनिसन इंटरनेशनल का अनुमान है कि मोदी की अगुवाई वाली सरकार में रोजगार बाजार कम से कम 30 प्रतिशत की दर से बढेगा.फर्म के अनुसार अगर केंद्र में भाजपा की खुद की सरकार आती है तो 1.5-2.0 करोड रोजगार सृजित हो सकते हैं.
कैरियरबिल्डर इंडिया का मानना है कि मौजूदा जीडीपी वृद्धि दर के हिसाब से लगभग 20 लाख रोजगार रके हुए हैं जो अगर मोदी केंद्र में स्थिर सरकार बनाने में समर्थ रहते हैं तो सृजित होंगे.फर्म के प्रबंध निदेशक प्रमलेश मचामा ने कहा, इन 20 लाख रोजगारों के अलावा अगले 12-24 महीने में जीडीपी वृद्धि दर 5.5 से 6 प्रतिशत के दायरे में रहने का अनुमान है जिससे भी रोजगार सृजन को बल मिलेगा.
इस बीच विशेषज्ञों का यह भी मानना है कि विनिर्माण क्षेत्र में नियुक्तियों को बल मिलेगा क्योंकि मोदी इस क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने में विश्वास रखते हैं. इसके अलावा आईटी, बुनियादी ढांचा, बैंकिंग, पर्यटन तथा हेल्थकेयर जैसे क्षेत्रों में भी रोजगार बाजार को बल मिल सकता है. मेराजॉब इंडिया के संस्थापक पल्लव सिन ने कहा कि रोजगार सृजन के लिहाज से विनिर्माण क्षेत्र अधिक असर डालने में सक्षम है.