रायपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांग्रेस के काफिले पर हुए नक्सली हमले की जांच करने वाला न्यायमूर्ति प्रशांत मिश्र आयोग 14 जून को हमला स्थल जिराम घाटी का दौरा करेगा.
25 मई को बस्तर जिले के दरभा क्षेत्र में कांग्रेस की परिवर्तन यात्र पर नक्सलियों ने हमला कर दिया था. इस हमले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, उनके पुत्र दिनेश और सलमा जुडूम नेता महेंद्र कर्मा समेत 28 लोग मारे गए थे जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल समेत 36 लोग घायल हो गए थे.
आयोग जगदलपुर स्थित बस्तर मंडल के कमिश्नर कार्यालय से कार्य करेगा जो कि जिराम घाटी से 30 किलोमीटर दूर है. घटना के बाद राज्य सरकार ने मामले की न्यायिक जांच की घोषणा की तथा छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश प्रशांत मिश्र की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया. वहीं एनआईए मामले की अलग जांच कर रहा है.
आयोग ने यहां राज्य के अतिथि गृह ‘पहुना’ में वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों के साथ पहली बैठक की. बैठक में विधि विभाग के प्रमुख सचिव ए.के. सामन्त रे और सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मनोज कुमार पिंगुआ ने हिस्सा लिया.
अधिकारियों ने बताया कि मिश्र आयोग कई विषयों पर विचार करेगा जैसे किन हालात में हमला हुआ, क्या हमले को टाला जा सकता था, सुरक्षा मुहैया कराने में कमियां, संबंधित एजेंसियों तथा कांग्रेस रैली के आयोजकों द्वारा सुरक्षा उपाय के पालन में क्या कोई चूक हुई, राज्य एवं केंद्रीय अधिकारी के बीच समन्वय, राज्य पुलिस की प्रतिक्रिया का समय आदि.