लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज कहा कि वह पिछली मायावती सरकार द्वारा बनवाए गये पार्को और स्मारकों की खाली जमीन पर अस्पताल बनवाना चाहते थे, लेकिन पर्याप्त जगह नहीं होने के कारण अब उस स्थान को शादी-ब्याह के लिये गरीबों को मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने नियामताबाद के बौरी गांव में स्वतंत्रता सेनानी गणजी प्रसाद यादव की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मायावती का ड्रीम प्रोजेक्ट रहे स्मारकों के दरवाजे अब उन सभी गरीब लोगों के लिए खुले रहेंगे जो वहां शादी-ब्याह का आयोजन करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि पहले वह पार्को तथा स्मारकों की खाली पड़ी जमीन पर अस्पताल बनवाना चाहते थे लेकिन मुआइना करने पर पता चला कि उनके परिसरों के भीतर इतनी खाली जमीन नहीं है कि वहां अस्पताल बनाये जा सकें. इसलिये अब उन इमारतों के अंदर की खाली जमीन गरीबों को शादी-ब्याह के आयोजन के लिये मुफ्त दिये जाने का फैसला किया गया है.
मुख्यमंत्री ने भाजपा तथा बसपा पर प्रदेश को बरबाद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन दोनों ही दलों ने उत्तर प्रदेश को जमकर लूटा है और हालात इतने बिगाड़ दिये कि उन्हें सम्भालने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. अखिलेश ने कहा कि उनकी सरकार अपने सभी चुनावी वादे पूरे करेगी. उन्होंने कहा कि वह यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं कि बजट की एक-एक पाई पात्र लोगों तक पहुंचे. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती मायावती सरकार के कार्यकाल में समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं के खिलाफ द्वेषवश लादे गये मुकदमे जल्द ही वापस लिये जाएंगे.
उन्होंने स्वतंत्रता सेनानी गणजी प्रसाद यादव को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इन प्रहरियों को दिल में जगह दी जानी चाहिये क्योंकि उन्हीं के प्रयासों और कुर्बानियों की वजह से हम आजाद और लोकतांत्रिक देश में सांस ले पा रहे हैं.