नयी दिल्ली:देश के सबसे ताकतवर राजनीतिक घराने यानी सोनिया गांधी के दामाद, प्रियंका के पति रॉबर्ट वॉड्रा के बारे में यह सनसनीखेज खुलासा ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने किया है. अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ के मुताबिक रॉबर्ट मात्र दसवीं पास हैं.
वॉड्रा ने 2007 में अपनी कंपनी 90 हजार के निवेश के साथ शुरू की. 2012 तक उनके पास 324 करोड़ रुपये की जायदाद हो गयी. पांच साल में यह पैसा जमीन की खरीद-फरोख्त के जरिये कमाया. इसके बाद कितनी जमीन खरीदी और बेची इसका आंकड़ा उपलब्ध नहीं है. 2012 तक उनके पास 252 करोड़ की जमीन जायदाद थी. उसी साल वॉड्रा ने 72 करोड़ की जमीन बेची यानी 2012 में 324 करोड़ की संपत्ति हो गयी.
2004, किस्मत कनेक्शन
वाल स्ट्रीट के मुताबिक 2004 में यूपीए सरकार के सत्ता में आने के वक्त वॉड्रा इनएक्सपेंसिव कस्टम ज्वेलरी के एक्सपोर्ट के कारोबार में थे. उस वक्त तक उन्हें प्रॉपर्टी कारोबार अनुभव नहीं था. 2007 में 90 हजार रुपये के निवेश से स्काई लाइट हॉस्पिटैलिटी नाम की कंपनी बनायी. फिर पीछे नहीं मुड़े. कंपनी ने खुद यह जानकारी कंपनीज ऑफ रजिस्ट्रार को दी थी. 2008 में वॉड्रा ने गुड़गांव में 13 लाख डॉलर (7.83 करोड़ रुपये) में साढ़े तीन एकड़ जमीन खरीदी. दो महीने बाद हरियाणा सरकार से कृषि भूमि को कॉमर्शियल लैंड में बदलने की इजाजत मांगी और 18 दिन में ही इजाजत मिल गयी. लाइसेंस के आवेदन और हरियाणा सरकार की मंजूरी दस्तावेजों के मुताबिक इससे जमीन की कीमत बढ़ गयी.
डीएलएफ के बने साझीदार
वाड्रा की कंपनी में इसके चार साल बाद रियल एस्टेट कंपनी डीएलएफ ने खूब पैसा लगाया. 2012 में डीएलएफ ने बताया कि उसने गुड़गांव में 9.7 मिलियन डॉलर में वॉड्रा की कंपनी से प्रॉपर्टी खरीदी. 9.7 मिलियन डॉलर में से ज्यादातर रकम पूर्ववर्ती सालों में बतौर एडवांस दी गयी थी. यानी 2008 में जो जमीन वॉड्रा ने खरीदी थी, डीएलएफ ने उसे सात गुना दाम चुका कर खरीदा. उस वक्त हरियाणा के आइएएस अशोक खेमका ने इस सौदे पर सवाल उठाया था.
भाजपा ने राहुल से पूछा सवाल
उधर, भाजपा ने ‘वाल स्ट्रीट जर्नल’ में आयी खबर पर भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी से पूछा है कि ऐसी कौन-सी विद्या है, जिससे एक कम पढ़ा-लिखा व्यक्ति मात्र 90 हजार रुपये के निवेश पर 324 करोड़ रुपये कमा सकता है. राहुल गांधी इस विधि को सबको बताएं ताकि आम लोग भी इसका फायदा उठा सकें.