बांका: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने नरेंद्र मोदी को पिछले साल भाजपा के प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने को लेकर राजग से अलग होने का फैसला करने के लिए नीतीश कुमार पर आज हमला किया. आडवाणी ने कहा कि नीतीश ने दोस्ती का अपमान किया है जिसके लिए वह भविष्य में अभिशप्त होंगे.
आडवाणी ने बांका में एक चुनावी रैली में कहा, ‘‘नीतीश ने भाजपा के साथ एकतरफा संबंध विच्छेद कर लिया और भाजपा पर चौतरफा हमला शुरु कर दिया. उनका आचरण भाजपा की इस मान्यता से काफी दूर है कि सहयोगियों के साथ दोस्ती का हमेशा सम्मान करें.’’ उन्होंने कहा कि इन वर्षों में भाजपा ने हमेशा अपने सहयोगियों के साथ दोस्ती का सम्मान किया और कभी उनकी आलोचना नहीं की ‘‘लेकिन नीतीश कुमार ने न सिर्फ भाजपा का साथ छोडा बल्कि उसकी आलोचना भी की.’’ भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि नीतीश और जॉर्ज फर्नांडिस 1996 में मुंबई में पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में आए थे ताकि कांग्रेस को सत्ता से बाहर करने के लिए किसी मोर्चे के गठन की संभावना तलाशी जा सके. उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के गठन के तुरंत बाद हासिल कर लिया गया.
उन्होंने कहा कि बिहार में 1990 में रथयात्रा के दौरान गिरफ्तारी के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री वी पी सिंह के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय मोर्चा की सरकार गिर गई थी. पिछले साल भाजपा से संबंध तोडने के बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकतरफा फैसले पर नाखुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि वह भी भविष्य में अभिशप्त होंगे, जैसा वी पी सिंह के साथ हुआ था.