रायपुर : युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एमएस बिट्टा आज नक्सली हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलकर रो पड़े. बिट्टा ने घटना के लिए जिम्मेदार अधिकरियों को पद से हटाने और उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की.
‘आल इंडिया एंटी टेररिस्ट फ्रंट’ के अध्यक्ष एमएस बिट्टा आज राज्य के नक्सली हमले में मारे गए कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के परिजनों से मिलने रायपुर पहुंचे और आंसू रोक नहीं सके. बिट्टा ने कहा कि जब वे इस हमले में मारे गए कांग्रेस कार्यकर्ता योगेंद्र शर्मा के घर पहुंचे, तब उनकी बेटी ने कहा कि यदि उनके पिता को उनकी :बिट्टा: की तरह सुरक्षा मिलती तब वे मारे नहीं जाते. बिट्टा ने कहा कि राज्य में नक्सली लगातार हमला कर रहे हैं और निरपराध लोगों की हत्या कर रहे हैं. लेकिन देश और राज्य सरकारें हाथ में हाथ रखकर बैठी है. अब समय आ गया है कि नक्सलियों के सफाये के लिए सेना का उपयोग किया जाये और उन्हें जड़ से उखाड़ दिया जाये.
उन्होंने कहा कि जब स्वर्ण मंदिर जैसे धार्मिक स्थल पर सेना का प्रवेश कराया जा सकता है, तब सेना जंगल में नक्सलियों का सफाया क्यों नहीं कर सकती है. बिट्टा ने कहा कि राज्य में सूचना तंत्र की कमजोरी के कारण नक्सली 27 लोगों की जान लेने में कामयाब रहे. देश में जितनी भी बड़ी घटनाएं हुई है उसमें सूचना तंत्र की कमजोरी प्रमुख कारण रही है. प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या भी सूचना तंत्र की कमजोरी के कारण हुई थी. बिट्टा ने कहा कि इस मामले में जिस भी किसी अधिकारी से गलती हुई है उसे पद से हटा दिया जाए और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाना चाहिए. उन्होंने देश में ‘एंटी टेरेरिस्ट मिलिटरी कोर्ट’ का गठन करने की मांग की, जिससे आतंकवाद से संबंधित मामलों का जल्द निपटारा हो सके.