मुंबई: नोबेल शांति पुरस्कार विजेता एवं कोस्टा रीका के पूर्व राष्ट्रपति एरियास सांचेज ने भारत सहित अन्य देशों द्वारा सैन्य खचरें में कटौती की जरुरत पर आज जोर दिया ताकि विकास, शिक्षा और स्वास्थ्य पर अधिक धन खर्च किया जा सके.
उन्होंने कहा, ‘‘विश्व 1 लाख 75 हजार अरब डॉलर हथियार और गोला बारुद पर खर्च कर रहा है. दुनिया के गरीब देशों को इतना अधिक खर्च करने की जरुरत नहीं है. भारत हथियारों के सबसे बडे आयातकों में एक है. सभी देशों द्वारा सैन्य खर्च में कटौती किए जाने की जरुरत है.’’ उन्होंने महाराष्ट्र के राज्यपाल के शंकरनारायण से यहां राजभवन में मुलाकात के दौरान कहा, ‘‘हालांकि, हथियारों के न तो निर्यातक ना ही आयातक हथियार व्यापार संधि का अनुमोदन करना चाहते हैं जिसका उद्देश्य हथियारों की अंतरराष्ट्रीय खरीद को विनियमित करना है.’’
मध्य अमेरिका में शांति स्थापित करने की कोशिशों को लेकर उन्हें 1987 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में 2009 में हथियार व्यापार संधि पेश किया था. उन्होंने बताया कि 80 में सिर्फ 11 सरकारों ने इस संधि का अनुमोदन किया है. सांचेज ने बताया कि 45 लाख की आबादी वाले कोस्टा रीका की अपनी खुद की सेना नहीं है. हालांकि उन्होंने भारतीय लोकतंत्र की सराहना की.