लखनऊ: मायावती सरकार द्वारा लखनऊ में बनवाए गये पार्को और स्मारकों की खाली जमीन को शादी-ब्याह और अन्य सार्वजनिक कार्यो के लिये किराये पर देने के फैसले को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सही बताया हैं. उन्होंने कहा है कि यह फैसला नहीं बदलेगा क्योंकि यह जनता के हित वाला फैसला है. स्मारकों की खाली जमीन किराये पर दिये जाने के सरकार के निर्णय पर बसपा की नाराजगी सम्बन्धी एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने यह कहा. मुख्यमंत्री का कहना था कि स्मारकों और पार्को पर कितना पैसा बर्बाद हुआ यह सामने आ गया है.
हमने विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि सत्ता में आने पर हम उनका अच्छा इस्तेमाल करेंगे. सत्ता में आने पर हमने देखा कि मायावती सरकार के बनाए गए स्मारकों व पार्को में अष्टधातु से बने जानवर और पेड़ लगाए गए हैं. इनका बेहतर इस्तेमाल के लिए इन्हें शादी ब्याह के लिए किराए पर देने का निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि इन स्मारकों और पार्को में शादी-ब्याह तथा सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित होने से तो उनका प्रचार ही होगा. लोग गर्व से बताएंगे कि उनकी शादी मायावती सरकार के उस स्मारक में हुई है, जहां अष्टधातु के जानवर बने है. इसमें क्या खराबी है. उन्होंने यह भी कहा कि लोहिया पार्क में बसपा के लोग भी टहलते हैं.
मुख्यमंत्री ने इस मामले में बसपा की धमकी को हवा में उठा दिया. उल्लेखनीय है कि बसपा ने स्मारकों तथा पार्को में खाली पड़ी जमीन को शादी-ब्याह के लिये किराये पर देने के निर्णय के खिलाफ आंदोलन करने धमकी दी थी और राज्यपाल बी. एल. जोशी से मुलाकात करके राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी. जिस पर मुख्यमंत्री ने आज स्पष्ट कर दिया कि वह स्मारकों और पार्को को शादी के लिए किराए पर देने का निर्णय नहीं बदलेंगे.
।।राजेन्द्र कुमार।।