मदुरै:मद्रास उच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका दाखिल कर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी हत्याकांड की फिर से जांच कराए जाने की मांग की गयी है. याचिकाकर्ता वी संतकुमारेसन ने जनहित याचिका में कहा है कि फिर से जांच न्याय के हित में है और इससे कई छिपे तथ्य सामने आ सकते हैं.
याचिका में मामले की फिर से जांच की मांग के लिये जो आधार बताए गए हैं उनमें सीबीआई के जांच अधिकारी रागोतमन का कथित बयान भी है. उन्होंने हाल ही में एक तमिल चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा था कि मामले से जुडी वीडियो क्लीपिंग और रिकार्डेड टेप विशेष जांच टीम को नहीं सौंपे गए थे. उच्चतम न्यायालय ने फांसी से जुड़े मामलों (भुल्लर और महेंद्र दास मामलों) में दो अलग अलग राय दी थी. पेशे से वकील याचिकाकर्ता ने कहा कि इस पृष्ठभूमि में राजीव गांधी हत्याकांड में मौत की सजा सुनाए गए संतन, मुरुगन और पेरारिवलन को बचाया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि यह साबित करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं है कि राजीव गांधी की हत्या के मामले में लिट्टे शामिल था. याचिकाकर्ता ने कहा कि उन्होंने मामले की फिर से जांच के लिए विदेश मंत्रालय के सचिव, रॉ के निदेशक और सीबीआई के अतिरिक्त निदेशक को प्रस्तुतीकरण दिया था. लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया.