नयी दिल्ली: इंडियन मुजाहिद्दीन के वांछित आतंकवादी और पाकिस्तानी नागरिक जिया उर रहमान उर्फ वकास की गिरफ्तारी से सितम्बर 2010 में जामिया मस्जिद आतंकवादी हमले के ‘‘गायब कडियों ’’ का पता लगाने में सहयोग मिलेगा. यह बात आज दिल्ली पुलिस ने अदालत को बताई.
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने अदालत को यह बात बताई जिसने आईएम के सह संस्थापक यासीन भटकल और उसके निकट सहयोगी असदुल्ला अख्तर के खिलाफ जांच पूरी करने के लिए 15 दिन और वक्त देने की याचिका को मंजूरी दे दी और 19 सितम्बर 2010 के आतंकी हमला मामले में दोनों को जमानत देने से इंकार कर दिया.पुलिस के मुताबिक जामिया मस्जिद के गेट पर दो मोटरसाइकिल सवारों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की थी जिसमें ताइवान के दो नागरिक कू जे वेई और को चियांगे जख्मी हो गए थे जबकि इलाके में खडी एक गाडी में बम लगाया गया था.
सुनवाई के दौरान विशेष प्रकोष्ठ ने अदालत से कहा कि देश में कई आतंकवादी गतिविधियों में वांछित वकास को इस मामले में गिरफ्तार किया जाएगा और उससे पूछताछ से इसमें गायब कडियों का पता लगाने में सहयोग मिलेगा.प्रकोष्ठ ने कहा, ‘‘वांछित आरोपी वकास को प्राथमिकी संख्या 54..11 के सिलसिले में 22 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और वह इस मामले में पुलिस हिरासत में है. उसे इस मामले में भी गिरफ्तार किया जाना है.’’ इसने कहा, ‘‘इस वांछित आतंकवादी की गिरफ्तारी के साथ षड्यंत्र की लापता कडियों का पता लगाने में सहयोग मिलेगा जिसके लिए बताए गए वक्त और आरोपियों की न्यायिक हिरासत बढाने जाने की जरुरत है.’’