रांची : गलत पोस्चर्स का आशय उस स्थिति से है, जिसके अंतर्गत हम चलते समय, बैठते समय, कार्य करते समय और लेटते समय रीढ़ की हड्डी को उपयुक्त पोस्चर में नहीं रखते. मौजूदा दौर में कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स पर देर तक काम करने से और वह भी सही पोस्चर में न बैठने के कारण लोगों में रीढ़ की हड्डी से संबंधित समस्याएं बढ़ रही है, जिन्हें सही पोस्चर द्वारा दूर किया जा सकता है.
हमेशा सीधी रखें अपनी गर्दन
एक बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो गर्दन को सीधा नहीं रखते. उनकी गर्दन कुछ डिग्री तक या तो बायीं ओर झुकी रहती हैं या फिर दाहिनी तरफ. यह स्थिति कालांतर में सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में तब्दील हो सकती है. इस स्थिति से बचने के लिए गर्दन सीधी रख कर कार्य करें. लगभग एक घंटे कार्य करने के बाद गर्दन को लगभग 10 बार धीरे-धीरे बायें-दायें और फिर ऊपर-नीचे करें. गर्दन और कंधे के बीच दबाकर मोबाइल पर बात न करें.
खड़े रहने वाले भी रहें सजग
एक ही मुद्रा में देर तक खड़े रहने के कारण पीठ की मांसपेशियों मे खिंचाव व ऐंठन उत्पन्न हो जाती है, जो कमर दर्द का कारण बन सकती है. यदि आप काफी देर तक खड़े हैं, तो वजन को एक पैर से दूसरे पैर पर स्थानांतरित करते रहें. सिर को आगे की ओर नहीं रखना चाहिए, बल्कि यह ऊपर होना चाहिए. लंबे और सीधे खड़े रहें. कंधों को सीधा रखें.
बैठकर काम करने वाले दें ध्यान
अगर आपको कई घंटों तक कुर्सी पर बैठकर कार्य करना पड़ता हो, तो कुर्सी में कमर के हिस्से की तरफ एक छोटा तकिया लगा लें. बैठते समय रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें. लंबे समय तक एक ही जगह पर बैठे रहने से बचें. हर एक घंटे में कुछ देर के लिए ब्रेक लें. अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर कमर, गर्दन और पैरों से संबंधित कसरतें नियमित रूप से करें.
नीचे से कोई वस्तु उठाते समय
किसी वस्तु को उठाने के लिए कमर से न झुकें. अपनी पीठ सीधी रखें और घुटनों से झुककर वस्तु उठाएं. उस समय पेट की मांसपेशियों को कसने का प्रयास करें.
बातचीत : विवेक शुक्ला