नयी दिल्ली : फिल्म ‘गंगाजल’, ‘अपहरण’, गोलमाल’ सहित लगभग सौ से अधिक फिल्मों में कभी नकारात्मक तो कभी हास्य भूमिकाओं से दर्शकों में अपनी पहचान कायम कर चुके अभिनेता मुकेश तिवारी फिल्म को निर्देशक का माध्यम बताते हुए कहते हैं कि उनके लिए हर फिल्म और हर भूमिका एक चुनौती होती है.
मुकेश तिवारी ने बताया, ‘‘मैं अपने ‘ड्रीम रोल’ के बजाय इस बात पर अधिक ध्यान देता हूं कि फिल्म विशेष में मेरे चरित्र से क्या अपेक्षा की जा रही है और निर्देशक उसे किस तरह से प्रदर्शित करना चाहते हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुंबई फिल्म उद्योग में हर अभिनेता की तरह मैं भी अपने लिए एक आदर्श भूमिका के बारे में सोचता जरुर था लेकिन बहुत जल्दी मैंने यह अहसास किया कि ज्यादा महत्व इस बात का है कि लोग मुझसे क्या अपेक्षा रखते हैं और उस किरदार के साथ न्याय ही आपकी सफलता ही महत्वपूर्ण होती है.’’
फिलहाल तमिल फिल्म ‘अनेगम’ की शूटिंग कर रहे मुकेश ने कहा, ‘‘अभी मेरी एक फिल्म ‘चल भाग’ रिलीज होने वाली है जो एक्शन कॉमेडी फिल्म है और इसका निर्देशन प्रदीप सैनी ने किया है. यह फिल्म तीन युवकों की कहानी है जो अपने अस्तित्व के लिए जूझते हैं. यह कहानी दिल्ली की है और लेखक भी दिल्ली के पास के क्षेत्र के हैं और संवाद में भी दिल्ली की जुबान का इस्तेमाल है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिल्म ‘चल भाग’ में ज्यादातर कलाकार थियेटर पृष्ठभूमि के हैं जिनमें दीपक डोबरियाल, तरण बजाज, संजय मिश्र, यशपाल शर्मा, अतुल श्रीवास्तव, कीया खन्ना आदि महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं.’’