कुछ अरसा पहले जब प्रकाश झा की सत्याग्रह रिलीज हुई थी, तब चर्चा जोरों पर थी कि यह फिल्म अन्ना हजारे से प्रेरित है. हालांकि प्रकाश झा ने हमेशा इस बात का खंडन किया. आज जब सादा जीवन जीने वाले अपने तमाम आंदोलनों और जन लोकपाल बिल को पास करने की कड़ी कवायद के बाद अन्ना हजारे एक नेशनल हीरो बन चुके हैं, ऐसे में कई निर्माता-निर्देशकों की यह दिली तमन्ना है कि उनकी जिंदगी को सिल्वर स्क्रीन पर उतारा जाये और इस कोशिश को साकार करने में सफल रहे हैं मराठी फिल्मों के जाने-माने एक्टर शशांक उदापुरकर.
राइज पिक्चर्स के बैनर तले बनने वाली यह फिल्म अन्ना किशन बाबुराव हजारे को लेखक-निर्देशक शशांक उदापुरकर निर्माता अनिरुद्ध गाइकर के साथ मिलकर बना रहे हैं. अन्ना हजारे से फॉर्मल कन्सेंट लेटर मिलने के बाद शशांक बेहद उत्साहित हैं. पिछले ढ़ाई सालों से वह इस बायोपिक पर रिसर्च करते रहे हैं. शशांक इससे पहले शंभाजी राजे पर बायॉपिक बना चुके हैं.