नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात की आड़ में आठ राज्यों में रविवार को पेट्रोल पंप बंद करने के मामले में केंद्र सरकार ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है. पेट्रोलियम मंत्रालय ने डीलरों के गलत करार दिया है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद प्रधान ने रविवार को पेट्रोल पंप बंद रखने के डीलरों के फैसले के एक दिन बाद अपने ट्वीट में आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि इससे आम आदमी को परेशानी होगी.
इससे पहले खबर आयी थी कि हरियाणा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सहित आठ राज्यों में पेट्रोल पंप मालिकों ने हर रविवार अपने पंप बंद रखने की घोषणा की है. इसके पीछे पेट्रोल पंप मालिकों के संगठन का तर्क है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मन की बात में ईंधन बचाने के आह्वान किया गया है. तभी संगठन ने यह फैसला किया है.
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संगठन के इस फैसले पर पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का हवाले देते हुए उनके मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर लिखा है कि प्रधानमंत्री ने लोगों से हफ्ते में एक दिन पेट्रोल का इस्तेमाल न करने की अपील की थी, न कि डीलरों से अपने पंप बंद करने की.
मंत्रालय ने कहा कि पेट्रोल पंप डीलरों के बड़े संगठनों ने साफ किया है कि वे ऐसी किसी बंदी का समर्थन नहीं करते हैं. इसके साथ ही, इसने कहा कि डीलरों के छोटे धड़ों की ओर से इस तरह पंप बंद किये जाने से लोगों को परेशानी होगी. प्रधान ने साथ ही कहा कि पेट्रोलियम मंत्रालय इस तरह के किसी कदम को सही नहीं मानता और न ही इसकी अनुमति देता है.
इससे पहले कंसोर्टियम ऑफ इंडियन पेट्रोलियम डीलर्स के कार्यकारिणी सदस्य सुरेश कुमार ने कहा कि हमने कई साल पहले भी रविवार को अपने पेट्रोल पंप बंद रखने का निर्णय लिया था, लेकिन तेल मार्केटिंग कंपनियों ने तब हमसे इस निर्णय पर पुनर्विचार करने को कहा था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम में यह आह्वान किया था कि पर्यावरण को बचाने के लिए तेल बचाया जाये.