नयी दिल्ली : इन्फोसिस ने अपने 50 करोड़ डॉलर से अधिक के नवोन्मेष कोष से आईओटी (इंटरनेट आफ थिंग्स), स्वचालन (आटोमेशन) तथा ड्रोंस जैसे क्षेत्रों में कार्यरत स्टार्ट अप्स में 6.2 करोड़ डॉलर का निवेश किया है. यह कोष 10 करोड़ डॉलर के शुरुआती कोष के कंपनी से बाहर के स्टार्ट अप्स तथा अन्य नवोन्मेषी कारोबार के लिए 2013 में शुरू किया गया था. जनवरी, 2015 में कोष का आकार 50 करोड़ डालर हो गया.
इन्फोसिस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विशाल सिक्का ने कहा, ‘स्टार्ट अप्स की दुनिया काफी रोमांचक है. हम इन कंपनियों में निवेश कर रहे हैं. हम ऐसी कंपनियों को ग्राहकों के पास ला रहे हैं. इसकी रफ्तार काफी उत्साहजनक है.’ उन्होंने कहा कि अभी तक नवोन्मेष कोष से 6.21 करोड़ डॉलर का निवेश किया गया है.
इन्फोसिस ने दर्जन के करीब स्टार्ट अप्स मसलन स्टेलरिस वेंचर पार्टनर्स, यूनसिलो, ट्राईफैक्टा, क्लाडिन और टाइडरस्केल आदि में निवेश किया है. इस निवेश के जरिये इन्फोसिस 2020 तक 20 अरब डॉलर के लक्ष्य को हासिल कर सकती है. सिक्का ने कहा कि प्रति कर्मचारी राजस्व को 80,000 डॉलर पर पहुंचाने तथा परिचालन मार्जिन को 30 प्रतिशत करने के लक्ष्य में 1.5 अरब डॉलर अधिग्रहणों से तथा करीब दो अरब डॉलर नयी सेवाओं से आएंगे.
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