मुंबई : आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने उच्च मुद्रास्फीतिक दबाव के बावजूद नीतिगत दरों को अपरिवर्तित रखकर बाजार को आज चकित किया.
भारतीय रिजर्व बैंक(आरबीआई )ने आज यहां जारी मौद्रिक नीति की मध्य तिमाही समीक्षा में अपने फौरी रिण पर ब्याज दर :रेपो दर ( 7.75 )प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा है. केंद्रीय बैंक ने आरक्षित नकदी अनुपात :सीआरआर: को भी चार प्रतिशत पर बरकरार रख कर बैंकों की नकदी पर अपने प्रत्यक्ष नियंत्रण में कोई हेर फेर नहीं की है.
मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखने का फैसला उद्योग और खुदरा कजर्दारों के लिए बड़ी राहत है, विशेष तौर पर ऐसे समय जबकि मुद्रास्फीति के दबाव को देखते हुए बाजार रेपो में और 0.25 प्रतिशत की बढ़ातरी की अटकले लगा रहा था.
रिजर्व बैंक ने कहा कि वह मुद्रास्फीतिक रझान और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की पहल के को देख कर भविष्य में नपी-तुली पहल करेगा.
आरबीआई की मौद्रिक समीक्षा की मुख्य बातें
मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक की आज जारी मध्य तिमाही मौद्रिक समीक्षा की मुख्य बातें इस प्रकार हैं-
1) रिजर्व बैंक ने मुख्य नीतिगत दरें, नकद आरक्षी अनुपात अपरिवर्तित रखा.
2) रपो दर 7.75 प्रतिशत और आरक्षित नकदी अनुपात :सीआरआर: 4 प्रतिशत परअपरिवर्तित रखा.
3) आरबीआई कोई नई नीतिगत पहल करने से पहले कुछ और आंकड़ों के आने का इंतजार करेगा.
4) हमारे आकलन के मुताबिक सब्जियों की थोक और खुदरा कीमत में उल्लेखनीय गिरावट हुई है.
5) मौजूदा मुद्रास्फीति बहुत उंचे स्तर पर है लेकिन आरबीआई और आंकड़े के आने का इंतजार करेगा.
6) खाद्य मुद्रास्फीति में यदि उम्मीद के मुताबिक कमी नहीं आती तो आरबीआई कभी भी पहल कर सकता है.
7) रिजर्व बैंक अर्थव्यवस्था में कमजोरी के हालात के बीच ऐसी मौद्रिक नीति रखना चाहता हैं जिससे मुख्य तौर पर मुद्रास्फीति को साधा जा सके.
8) रिजर्व बैंक का मानना है कि आर्थिक वृद्धि दर अभी भी संभावना से कम है.
9) कृषि उत्पादन व निर्यात बढने की उम्मीद तथा लंबित परियोजनाएं शुरु होने की उम्मीद से चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में आर्थिक वृद्धि बेहतर होने की संभावना.
10) आरबीआई मुद्रास्फीति में अस्थाई उछाल पर कार्रवाई नहीं करेगा.
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