नई दिल्ली : भारतीय स्टेट बैंक ( एसबीआई ) ने कहा है कि वह पात्र संस्थागत नियोजन ( क्यूआईपी ) के जरिये धन जुटाने के बारे में एक माह में फैसला करेगा.एसबीआई की चेयरपर्सन अरंधति भट्टाचार्य ने यहां कहा, ‘‘हम क्यूआईपी पर जल्द निर्णय लेंगे. एक माह के भीतर.’’
उन्होंने कहा, ‘‘अब सरकार जो भी पूंजी देगी, उसके हिसाब से हम क्यूआईपी लेंगे, या किसी अन्य संभव तरीके से. जिससे सरकार की हिस्सेदारी उसी स्तर पर बनाई रखी जा सके.’’ वित्तीय सेवा सचिव राजीव टकरु ने कहा था कि बैंकों को सरकार द्वारा डाली गई पूंजी के अनुपात में पूंजी जुटाने की अनुमति होगी, जिससे बैंक में सरकार की हिस्सेदारी उसी स्तर पर बनाई रखी जा सके. उन्होंने कहा था कि सरकार की हिस्सेदारी को मौजूदा स्तर से नीचे नहीं जाने दिया जाएगा.
पूंजी डालने के बारे में भट्टाचार्य ने कहा कि पिछली बार जब सरकार ने एसबीआई में पूंजी डाली थी तो वास्तव में उस समय सरकार की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत से बढ़कर 63 फीसद हो गई थी. पिछले वित्त वर्ष में सरकार ने एसबीआई में 3,004 करोड़ रुपये की पूंजी डाली थी.
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