नयी दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के अंशधारक अब रोजगार बदलने के बाद भविष्य निधि खातों के अंतरण के लिये अनुरोध ऑनलाइन कर सकेंगे. ईपीएफओ ने ऑनलाइन अंतरण दावा पोर्टल (ओटीसीपी) दो अक्तूबर 2013 को शुरु कर दिया.
अपने फील्ड कर्मचारियों को भेजे परिपत्र में ईपीएफओ के केंद्रीय भविष्य निधि आयुक्त के के जालान ने कहा है, ‘‘..खातों के अंतरण में लगने वाले समय को लेकर छवि खराब हुई है और उम्मीद है कि ओटीसीपी के पूरी तरह कार्य में आने से यह मसला सुलझ जाएगा.’’ जालान ने यह भी निर्देश दिया है कि 31 अक्तूबर के बाद भविष्य निधि खातों के एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर में अंतरण के लिये भौतिक रुप से कागज (दावों या अनुलग्नक ‘के’) को एक जगह से दूसरी जगह भेजने की आवश्यकता नहीं रह गयी है.
भविष्य निधि खातों के आनलाइन अंतरण सुविधा से ईपीएफओ पर काम का दबाव कम होगा क्योंकि हर साल 13 लाख से अधिक आवेदन इस सिलसिले में आते हैं.
ईपीएफओ ने 25 जुलाई से कंपनियों का डिजिटल हस्ताक्षर लेना शुरु किया था जो इस सुविधा के लिये पूर्व शर्त है. फिलहाल 30,000 से अधिक नियोक्तओं ने ईपीएफओ के समक्ष डिजिटल हस्ताक्षर पंजीकृत कराये हैं.
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