नयी दिल्ली: रेलवे ने बढ़ते वित्तीय बोझ से उबरने के लिए अगले सप्ताह से यात्री किराया और माल भाड़ा करीब 2 प्रतिशत बढ़ाने का फैसला किया है.
रेलवे सूत्रों ने कहा कि सभी मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की सभी श्रेणियों के मौजूदा किराये में दो प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी. बयान के मुताबिक, सामान्य श्रेणी के दूसरे दर्जे (उपनगरीय) या दूसरे दर्जे के मासिक सीजन टिकट में कोई बढ़ोतरी नहीं की जा रही है.
दूसरे दर्जे की सामान्य श्रेणी (गैर उपनगरीय) के किराये में कुछ चुनी हुई दूरी के लिए अधिकतम 5 रुपये की बढ़ोतरी की जाएगी, जबकि अन्य दूरी में मौजूदा किराये में कोई परिवर्तन नहीं किया जाएगा. रेलवे ने माल भाड़े में भी बढ़ोतरी का फैसला लिया है.
बयान के मुताबिक, रेलवे ने ईंधन समायोजन अवयव (एफएसी) के साथ किराया और माल भाड़ा को जोड़कर समीक्षा करने का फैसला लिया है. बढ़ा हुआ माल भाड़ा 9 या 10 अक्टूबर से लागू होगा.हालांकि उपनगरीय और गैर-नगरीय ट्रेनों के किराये में बदलाव नहीं किया जाएगा. नये सिरे से बढ़ोतरी के बारे में निर्णय फ्यूल एडजस्टमेंट कंपोनेंट (एफएसी) की प्रणाली के तहत किया गया जिसके बारे में घोषणा 2011-12 के रेल बजट में की गयी थी.
रेलवे ने डीजल के दाम में 7.3 प्रतिशत वृद्धि और बिजली की दरों में करीब 15 प्रतिशत बढ़ोतरी के अतिरिक्त बोझ को संज्ञान में लिया है. एसी और शयनयान के किराये में जहां करीब 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी वहीं फैसले के अनुसार माल भाड़ा की दर 1.7 प्रतिशत बढ़ाई जाएगी.
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