नयी दिल्ली : हवाई यातायात में आ रही तेजी के मद्देनजर सरकार जल्द ही देश में अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय विमानन केंद्र की स्थापना के लिए व्यापक नीति यों को मंजूरी दे सकती है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय मंत्रिमंडल की कल की बैठक में इस नीति पर विचार हो सकता है. यह नीति न केवल देश में वैश्विक एयरलाइन हब बनाने के बारे में है, बल्कि क्षेत्रीय विमानन हब की स्थापना के बारे में भी है. इसका मकसद पूर्वोत्तर तथा दूरदराज के क्षेत्रों में गैर महानगर गंतव्यों की हवाई यातायात की जरूरत को पूरा करना है.
सूत्रों ने कहा कि भारत को यूरोप को दक्षिण एशिया या अन्य क्षेत्रों से जोड़ने वाली विदेशी विमानन कंपनि यों के लिए अपनी भौगोलिक तथा गंतव्य के हिसाब से अपनी अनुकूल स्थिति का लाभ उठाना चाहिए. उन्होंने कहा कि बढ़ते वैश्विक यातायात के लिए अत्याधुनिक हवाई अड्डों की स्थापना शीर्ष प्राथमिकता होना चाहिए.
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