नयी दिल्ली : सरकार ने आज कहा कि इस समय सोने का बढता आयात खतरे का कोई कारण नहीं है और उपयुक्त समय लगा तो कार्रवाई की जायेगी. इस बार मार्च में सोने का आयात एक साल पहले की तुलना में दोगुना होकर 4.98 अरब डॉलर तक पहुंच गया. इससे पहले जनवरी और फरवरी में आयात बढ कर क्रमश: 1.55 अरब डॉलर और 1.98 अरब डॉलर रहा था.
वाणिज्य सचिव राजीव खेर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘फरवरी और मार्च में सोने का आयात तेजी से बढा है. हम नजर रखेंगे. मुझे लगता है कि हमें आतंकित नहीं होना चाहिये और देखना चाहिये कि उपयुक्त समय पर कौन सी कार्रवाई करने की आवश्यकता है.’ राजीव खेर भारतीय विदेश व्यापार संस्थान के 49वें दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे.
भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा सोना आयात मानदंड में ढील देने के बाद हाल के महीनों में सोने के आयात में तेजी आई है. पिछले वर्ष 28 नवंबर को आरबीआइ ने विवादास्पद 80 अनुपात 20 की योजना को समाप्त कर दिया था. अगस्त 2013 में लाये गये इस नियम के तहत आयात के 20 प्रतिशत के बराबर निर्यात जरुरी था तभी आगे आयात की अनुमति मिलती थी.
सोने का बढता आयात मार्च में बढे व्यापार घाटे के कारणों में से एक था. इस बार मार्च का व्यापार घाटा चार माह के उच्चतम स्तर 11.79 अरब डॉलर पर था.
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