वाशिंगटन : भारत और अमेरिका के व्यावसायिक रिश्तों में अहम प्रभाव रखने वाले भारत-अमेरिका व्यावसायिक परिषद (यूएसआईबीसी) ने कहा है कि भारत में पहली बार एक ऐसी सरकार ने सत्ता संभाली है जो व्यवसाय और विदेशी निवेश की अहमियत को समझती है इसलिये इस सरकार को कानून, नीति और अफसरशाही के मामले में विश्वसनीयता पर ध्यान देने की जरुरत है.
यूएसआइबीसी के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा, ‘मैं अमेरिकी कंपनियों को यह चुनौती देता हूं. आप पूरी तरह से बेहतर परिवेश की प्रतीक्षा मत कीजिये. आपको आना चाहिये और अपना दावा करना चाहिये, निवेश कीजिये और आगे बढिये, क्योंकि भारत में पहली बार ऐसी सरकार आयी है, जो काम धंधे और व्यवसाय को समझती है, जो विदेशी निवेश को समझती है, यह अच्छा है.’
उन्होंने कहा कि भारत सरकार सभी जरुरी कदम उठा रही है, वह भारत को व्यावसायिक और निवेश के लिहाज से बेहतर स्थल बनाने के लिये काम कर रही है, उसे कुछ समय दिया जाना चाहिये ताकि वह चीजों को ठीक कर सके. अघी ने साचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में बताया, ‘स्वतंत्रता के बाद पहली बार कुछ कारक हैं जो कि पूरी तरह से भारत के पक्ष में दिखाई देते हैं. पहला भारत और अमेरिका के रणनीतिक हित एक दूसरे से मेल खाते हैं.
आप यदि आर्थिक नजरिये से देखेंगे तो भारत को अमेरिका का निवेश चाहिये जबकि अमेरिका को भारतीय बाजार की जरुरत है.’ अघी ने जोर देते हुये कहा, ‘मुद्दा आज यह है कि कौन पहल करता है और आगे बढकर अवसर का लाभ उठाता है.’
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