मुंबई : बंबई शेयर बाजार में आज लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में गिरावट का रख जारी रहा. रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दरों को अपरिवर्तित छोड़ने तथा आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को कम किए जाने के बाद तेल एवं गैस, बिजली, पीएसयू तथा वाहन कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली से सेंसेक्स 245 अंक और लुढ़क गया. रूपये भी गिरकर एक बार फिर से 60 प्रति डालर से नीचे चला गया, जिससे बाजार की धारणा प्रभावित हुई.
बंबई शेयर बाजार में 10 में से 6 शेयर गिरावट में रहे. इससे निवेशकों की पूंजी 1.1 लाख करोड़ रूपये घट गई. 13 सूचकांकों में से 12 गिरावट के रख के साथ बंद हुए. बेहतर शुरआत के बाद 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 244.94 अंक या 1.25 फीसद के नुकसान से करीब तीन सप्ताह के निचले स्तर 19,348.34 अंक पर आ गया. इस प्रकार पांच दिन में सेंसेक्स 950 अंक गंवा चुका है.इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 76.60 अंक या 1.31 फीसद के नुकसान से 5,800 अंक के महत्वपूर्ण स्तर से नीचे 5,755.05 अंक पर गया. एमसीएक्स एसएक्स का एसएक्स 40 सूचकांक 139.03 अंक या 1.19 प्रतिशत के नुकसान से 11,556.55 अंक पर बंद हुआ.
इन्वेंचर ग्रोथ एंड सिक्योरिटीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक नागजी के रीता ने कहा, ‘‘बिकवाली का दबाव व्यापक था. रूपये में डेढ़ प्रतिशत से अधिक की गिरावट के बाद तेल एवं गैस कंपनियों के शेयर दबाव में थे. रिजर्व बैंक ने रूपये को नियंत्रित करने के लिए किसी विशेष कदम की घोषणा नहीं की.’’ सेंसेक्स की कंपनियों में रिलायंस इंडस्टरीज, हिंडाल्को इंडस्टरीज, गेल इंडिया, भारती एयरटेल, बजाज आटो, ओएनजीसी, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, भेल और हिंदुस्तान यूनिलीवर सहित 22 के शेयरों में गिरावट रही.
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