नयी दिल्लीः बीमा विधेयक को लेकर आज होने वाली सर्वदलीय बैठक टाल दी गयी है. बीमा विधेयक पर नौ पार्टियां विरोध कर रही है. सरकार कुछ और वक्त विपक्षी पार्टियों को देना चाहती है ताकि बैठक में ठोस फैसला लिया जा सके. बीमा विधेयक राज्यसभा में पेश नहीं होगा क्योंकि विपक्ष को राजी करने के मोदी सरकार के प्रयासों के बावजूद इसे प्रवर समिति के पास भेजे जाने को लेकर गतिरोध जारी है.
विपक्ष द्वारा अपने रख पर अड़ जाने के बीच सरकार ने ‘सबसे प्रगतिशील सुधार’ को पारित करवाने में उनका सहयोग मांगा है जबकि बीमा की पहुंच बहुत कम है.संसदीय कार्यमंत्री एम वैंकया नायडु कहा कि सरकार विपक्ष से किसी भी तरह के सार्थक सुझाव को स्वीकार करने को तैयार है और वह सर्वदलीय बैठक के बाद उनके प्रत्युत्तर का इंतजार कर रही है.
इस विधेयक को जल्द पारित करवाने की जरुरत रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा, ‘देश को निवेश चाहिए और देश के व्यापक हित में व अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए यह विधेयक पारित होना चाहिए क्योंकि लोकहित सर्वोच्च है. ’आज नायडु, वित्तमंत्री अरुण जेटली तथा कांग्रेस नेता आनंद शर्मा के बीच अनौपचारिक बातचीत हुई.बीमा संशोधन विधेयक 2008 में राज्यसभा में पेश किया गया था. इसके जरिए बीमा क्षेत्र में विदेशी निवेश की सीमा को बढाकर 49 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है.
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