रांची : झारखंड की राजधानी रांची के अनगड़ा प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों का कायाकल्प करने के बाद प्रशासन ने नामकुम को चुना है. 60 लाख रुपये खर्च करके यहां के 40 आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. रांची जिला प्रशासन और इंडियन आॅयल काॅरपोरेशन लिमिटेड के बीच इस संबंध में शनिवार को एमओयू पर हस्ताक्षर हुआ.
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रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे और इंडियन आॅयल कारपोरेशन लिमिटेड के उप महाप्रबंधक (एचआर, सीएसआर) बीएसओ, पटना प्रमोद रंजन ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किये. सीएसआर के तहत आइओसीएल आंगनबाड़ी केंद्रों को माॅडल आंगनबाड़ी केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए 60 लाख रुपये देगा.
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सुमन सिंह ने बताया कि इन मॉडल आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को मानसिक, शैक्षणिक और शारीरिक रूप से विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया जायेगा. मुख्य फोकस बच्चों के पोषण पर रहेगा, ताकि बच्चे कुपोषण का शिकार नहीं हों. जो कुपोषण के शिकार हैं, उनका भी विशेष ध्यान रखा जायेगा.
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उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों को जॉयफुल लर्निंग सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा. इसमें ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चे शहरी क्षेत्रों के प्राइवेट स्कूलों के बच्चों की तरह खेल-खेल में पढ़ाई करेंगे. इसके अलावा अन्य सुविधाएं भी आंगनबाड़ी केंद्रों को उपलब्ध करायी जायेगी.
इंडियन आॅयल कॉरपोरेशन लिमिटेड के उप-महाप्रबंधक (एचआर, सीएसआर) बीएसओ, पटना प्रमोद रंजन ने कहा कि पोषण माह के दौरान हमने ये एमओयू साइन किया है. आइओसीएल ने सामाजिक क्षेत्र में भी कार्य कर रही है. इस दौरान सीडीपीओ, एडीएफ सात्विक, एसबीपी अनन्या, महिला पर्यवेक्षिका एवं आंगनबाड़ी सेविकाएं भी उपस्थित थीं.
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