न्यूयार्क: प्रौद्योगिकी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने अब तक की सबसे बडी छंटनी की घोषणा की योजना बनाई है जिसके तहत विश्व भर में 18,000 कर्मचारी कम किए जाएंगे. यह कंपनी के 39 वर्ष के इतिहास में सबसे बडी छंटनी है.
कंपनी अगली चार तिमाहियों में एकबारगी 1.6 अरब डालर की कर पूर्व लागत का अनुमान लगाया है जिसमें 80 करोड डालर हटाए जाने वाले कर्मचारियों को दिए जाने वाले लाभ की लागत और 35 से 80 करोड से 80 करोड रपए तक परिसम्पति संबंधी चार्ज हैं. यह भारतीय मूल के कार्यकारी सत्य नडेला के पद-भार ग्रहण के बाद से कर्मचारियों की छंटनी का पहला मौका होगा. उन्होंने अपने एक ई मेल में इस निर्णय को ने इसे ‘‘कठिन पर आवश्यक ’’ बताया है.
इस फैसला उसके भारत में काम करने वाले कर्मचारियों पर बहुत कम असर होगा. अमेरिका में रेडमांड मुख्यालय वाली इस कंपनी ने कहा है कि उसने नोकिया डिवाइसेंज एंड सर्विसेज से ही 12,500 लोगों को निकालने की योजना बनायी है.
31 जून 2013 की स्थिति के अनुसार माइक्रो साफ्ट में 99,000 लोग काम करते थे. इनमें 58,000 अमेरिका और बाकी दूसरे देशों में थे. इसमें नोकिया के 7.2 अरब डालर के अधिग्रहण के बाद जुडे कर्मचारी शामिल नहीं है. नडेला ने पिछले सप्ताह कर्मचारियों के लिए जारी चिट्ठी में सांगठनिक बदलाव का संकेत दिया था.
न्यूयार्क टाइम्स की खबर के मुताबिक माइक्रोसाफ्ट की गुरवार को छंटनी की घोषणा करने की योजना है और यह अब तक की सबसे बडी छंटनी होगी. इससे पहले 2009 में सबसे अधिक संख्या में कर्मचारियों की छंटनी हुई थी जबकि 5,800 लोग इससे प्रभवित हुए थे. नडेला ने अपनी चिट्ठी में कहा था कि माइक्रोसाफ्ट जुलाई में संगठनात्मक बदलाव की घोषणा करेंगे.
घटनाक्रम से जुडे सूत्रों के अनुसार कर्मचारियों की सबसे ज्यादा छंटनी कंपनी की नोकिया इकाई में होने का अनुमान है. माइक्रोसॉफ्ट ने इस साल अप्रैल में ही 7.2 अरब डॉलर के सौदे के तहत नोकिया का अधिग्रहण किया था जिसके कारण कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या बढ़कर एक लाख 27 हजार तक पहुंच गई है.
कंपनी का कहना है कि जब उसने नोकिया के अधिग्रहण का सौदा किया था तभी यह बात साफ कर दी थी कि 18 महीनों के अंदर अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी होने के बाद वह प्रतिवर्ष अपने खर्चों में 60 करोड़ डॉलर की कटौती करेगी. कर्मचारियों की छंटनी को इसी योजना का एक हिस्सा माना जा रहा है. ऐसी भी खबर है कि कंपनी मनोरंजन उत्पादन बनाने वाले एक्स बॉक्स गेम्स और दूसरी ऐसी अन्य इकाइयों में भी छंटनी करने वाली है.
अपने कार्यक्षेत्र का विकास करना चाहती है कंपनी
नाडेला की कारोबारी रणनीति के तहत माइक्रोसॉफ्ट को सिर्फ सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की कंपनी तक सीमित नहीं करके इसे ऑनलाइन एप्लिकेशन्स, विभिन्न तरह के उपकरण और ऑनलाइन सेवाएं देने वाली कंपनी भी बनाने की तैयारी हो रही है ताकि वह गूगल और एप्पल जैसी अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी कंपनियों को कड़ी चुनौती दे सके.
नाडेला ने बताया कि बाजार की मांग को ध्यान में रखते हुए कंपनी अपने उत्पादों को और भी क्षेत्रों में विस्तारित करना चाहती है. इससे कंपनी को अलग-अलग क्षेत्रों के विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी. इसलिए हर विभाग से अतिरिक्त कर्मियों की छटनी करना आवश्यक हो जाता है
माइक्रोसॉफ्ट का सफर
1972 से 1983 तक पॉल एलेन और बिल गेट्रस के प्रयास से कंपनी की स्थापना की गयी. कंपनी ने बाजार और उपभोक्ताओं की मांग को ध्यान में रखते हुए साल दर साल अपने उत्पादों में सुधार किया और नये उत्पादों के साथ ग्राहकों को पूरी तरह संतुष्ट किया. एक विकसित सोंच के साथ बिल गेट्रस ने कंपनी को नयी उंचाइयों तक पहुंचाया.
19841994 में कंपनी ने विंडो और माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस को बाजार में उतारा. इसे ग्राहकों को काफी पसंद किया और इसकी मांग भी बढ गयी. 1995-2005 में कंपनी ने अपने उत्पाद को आद्यतन करते हुए विंडों का नया वर्जन और इंटरनेट, 32 बाइट ईरा को बाजार में उतारा. 2000 से 2010 तक के समय में कंपनी ने विंडो विस्टा, मोबाइल और विंडो 7 को बाजार में लाकर सॉफ्टवेयर की दुनिया में काफी नाम कमाया.
2011 के बाद अभीतक कंपनी ने अपने सॉफ्टवेयर में काफी परिवर्तन किये है. इसी समय विंडो 8 भी ग्राहकों की सेवा में बाजार में उपलब्ध कराया गया.
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