मुंबई : रुपये के कमजोर पड़ने के बीच वैश्विक बाजारों के नकारात्मक संकेतों के कारण शुक्रवार को शेयर बाजारों की शुरुआत नरम रही. सेंसेक्स करीब 80 अंक तक गिर गया, वहीं निफ्टी में भी गिरावट दर्ज की गयी. इसके अलावा मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक का ब्यौरा जारी होने से भी संकेत मिला है कि भारतीय रिजर्व बैंक जून में अपनी मौद्रिक समीक्षा में तेजतर्रार रुख को अपना सकता है. इसने भी निवेशकों के रुख को प्रभावित किया.
30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 79.95 अंक यानी 0.23 फीसदी गिरकर 34,347.34 अंक पर खुला है. कल इसमें 95.61 अंक की बढ़त देखी गयी थी. इसी प्रकार निफ्टी भी 25.20 अंक यानी 0.24 फीसदी घटकर 10,540.10 अंक पर खुला है.
ब्रोकरों के अनुसार विदेशी पूंजी की लगातार निकासी के अलावा बाजार में मुनाफा वसूली का दौर चलने और डॉलर के मुकाबले रुपये के 66 के स्तर को पार कर जाने का असर बाजार की धारणा पर पड़ा है. इसके अलावा कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने भी बाजार को प्रभावित किया है.
डॉलर के मुकाबले रुपया 25 पैसे गिरकर 13 महीने के निचले स्तर पर खुला
रूपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 25 पैसे टूटकर 66.05 के स्तर पर पहुंच गया. यह इसका पिछले 13 महीने का सबसे निचला स्तर है. मुद्रा कारोबारियों के अनुसार आयातकों की ओर से डॉलर की मांग बढ़ने और विदेशी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर के मजबूत होने से रुपया कमजोर पड़ा है. इस बीच मौद्रिक नीति समिति की पिछली बैठक का ब्यौरा जारी होने से भी रुपया पर असर पड़ा. कल डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे गिरकर 65.80 पर बंद हुआ था.
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