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अनुज कुमार

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शहादत दिवस पर विशेष: बिरसा मुंडा की मौत स्वाभाविक थी या योजनाबद्ध

आठ फरवरी, 1900 को गृह विभाग (भारत) के जेपी हेवेट ने ब्रिटेन में विदेश मंत्री (भारत के प्रभार में) सर आर्थर गोडले को पत्र लिखा था कि छोटानागपुर में मुंडाओं के रिंग लीडर बिरसा मुंडा और प्रमुख सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

दिनेश गोप के साथ साये की तरह रहता था मार्टिन केरकेट्टा

मडारा के रेड़मा गांव निवासी मार्टिन केरकेट्टा और दिनेश गोप बचपन से एक साथ लापुंग के महुगांव स्थित स्कूल में पढ़ाई करते थे. बाद में दोनों ने एक साथ संगठन का विस्तार किया.

JMM Foundation Day: नशाबंदी व रोजगार 50 साल से झामुमो का मुख्य मुद्दा रहा...

झारखंड मुक्ति माेरचा से लंबा सफर तय कर लिया है और अलग झारखंड राज्य पाने के बाद आज सत्ता में है. पचास साल में झारखंड का पूरा परिदृश्य बदल गया है.

प्रखर वक्ता थे जयपाल सिंह, कायल थे शास्त्री व आयंगर

लाल बहादुर शास्त्री, उस समय के लाेकसभा अध्यक्ष अनंत सयानम आयंगर, लाेकसभा सचिव एमएन काैल, ओलिंपिक टीम के उनके साथी मेजर ध्यानचंद जैसे प्रमुख लाेगाें ने जयपाल सिंह के गुणाें की तारीफ की थी.

75 साल बाद भी खरसावां गाेलीकांड की जांच रिपाेर्ट सार्वजनिक नहीं, जानें क्या था...

खरसावां गोलीकांड के शहीदों को आज यानी एक जनवरी को श्रद्धांजलि दी जाएगी. शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ मंत्री चंपई सोरेन समेत कई मंत्री, सांसद व विधायक खरसावां पहुंचेंगे.

संन्यास के फैसले से स्तब्ध कर दिया धाैनी ने

dhoni retirement news : 15 अगस्त की रात्रि. सारा देश आजादी की खुशी में मग्न. तभी एक खबर आती है-धाैनी ने संन्यास ले लिया. सहसा भराेसा नहीं हुआ, क्याेंकि एक दिन पहले ही रांची से वे चेन्नई पहुंचे थे. सभी काे उम्मीद थी कि आइपीएल में धाैनी अपना जलवा दिखायेंगे. फिर आगे वर्ल्ड कप की तैयारी. धाैनी काे समझना किसी के लिए असंभव है. कब क्या निर्णय ले लें. इस फैसले से सभी चाैंक गये, स्तब्ध रह गये. ऐसे ताे पूरे देश में धाैनी के फैंस उदास हाे गये हाेंगे लेकिन झारखंड में यह उदासी कुछ ज्यादा ही है.