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वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच बढ़ी सोने की चमक, 40 हजार के पार पहुंच सकता है भाव
पटना : वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है. इससे ग्राहक बाजार से गायब हैं. इसके कारण सर्राफा दुकानदार परेशान हैं. कुछ ही दिनों में त्योहारी सीजन शुरू होने वाला है. दुकानदारों की मानें, तो बिहार में जिउतिया के मौके पर महिलाएं सोने की जितिया […]
पटना : वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच सोने की चमक इस महीने कुछ ज्यादा ही बढ़ गयी है. इससे ग्राहक बाजार से गायब हैं. इसके कारण सर्राफा दुकानदार परेशान हैं.
कुछ ही दिनों में त्योहारी सीजन शुरू होने वाला है. दुकानदारों की मानें, तो बिहार में जिउतिया के मौके पर महिलाएं सोने की जितिया खरीदती है और तीज के मौके पर सोने के गहने. जिस रफ्तार से सोने की कीमत बढ़ रही है, उससे लगता है कि आने वाला त्योहारी सीजन अच्छा नहीं रहेगा. सोना 40,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला जाये, तो इसमें कोई हैरानी की बात नहीं होगी. आज पटना में सोने का भाव 37,200 रुपये प्रति दस ग्राम रहा, जबकि चांदी का भाव 43 हजार रुपये प्रति किलो.
सोना में निवेश को माना जा रहा सबसे सुरक्षित : पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के महासचिव शशि कुमार के अनुसार वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच निवेशकों का रुझान महंगी धातुओं के प्रति बढ़ा है.
सोना को निवेश के लिए सुरक्षित माना जा रहा है, जिससे बाजार में सोने और चांदी में उछाल आया है. फ्रेजर रोड स्थित तनिष्क शोरूम में प्रबंधक उमेश टेकरीवाल ने बताया कि पिछले 18 साल में सोने का भाव 9 गुना से अधिक बढ़ा है और बीते दो महीने में 4,000 रुपये से ज्यादा की तेजी देखी गयी है. अगर एेसे में अगले 1-2 माह में अगर 40,000 रुपये को पार कर जाये, तो इसमें आश्चर्य क्या है. उन्होंने कहा कि तेजी का असर मार्केट पर साफ देखा जा रहा है. ग्राहक भाव घटने का इंतजार कर रहे हैं.
इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष (बिहार)अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि वर्ष 2000 में भारत में सोने का भाव 4,400 रुपये प्रति 10 ग्राम था और इस समय 37,200 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊंचे स्तर पर चला गया है. इसके कारण सर्राफा मार्केट से ग्राहक गायब हैं. इसका असर कारोबार पर पड़ रहा है.
एक नजर सोने के
भाव पर (प्रति 10 ग्राम)
वर्ष रुपया
2000 4400.00
2010 16,310.00
2017 28,460.00
2018 29,700.00
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