38.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Trending Tags:

Advertisement

CWG 2022: भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन क्वार्टर फाइनल में, रीस लिंच से हारकर शिव थापा हुए बाहर

भारतीय मुक्केबाज निकहत जरीन ने अपना मैच जीतकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है. वहीं शिवा थापा रीस लिंच से हारकर बाहर हो गये हैं. थापा को लिंच ने 1-4 से हराया. जरीन ने मोजांबिक की हेलेना इस्माइल बागाओ पर शानदार जीत दर्ज की. उन्होंने ऐसा पंच मारा कि मुकाबला बीच में रोकना पड़ा.

बर्मिंघम : विश्व चैम्पियन मुक्केबाज निकहत जरीन ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों के महिला लाइटवेट 50 किग्रा वर्ग के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश किया जबकि शिव थापा पुरुष 63.5 किग्रा वर्ग के राउंड 16 में हारकर बाहर हो गये. जरीन ने आरएससी (रैफरी द्वारा मुकाबला रोकना) से महिलाओं के लाइटवेट वर्ग में मोजांबिक की हेलेना इस्माइल बागाओ पर जीत दर्ज कर अंतिम आठ में जगह बनायी लेकिन थापा को विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता स्कॉटलैंड के रीस लिंच से मिली 1-4 की हार से खेलों से निराशाजनक तरीके से बाहर होना पड़ा.

जरीन ने दर्ज की शानदार जीत

दिन में पहले रिंग पर उतरी जरीन ने शुरू से ही मुकाबले में दबदबा बनाया और उनकी युवा प्रतिद्वंद्वी कहीं भी उनकी बराबरी नहीं कर सकी. भारतीय मुक्केबाज ने अपने अपार अनुभव की बदाौलत बायें और दायें मुक्कों के संयोजन का बखूबी इस्तेमाल कर प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज को पस्त किया. अंतिम राउंड में जरीन ने दमदार मुक्के सीधे हेलेना के मुंह पर लगे जिससे वह पूरी तरह हिल गयीं जिसके बाद रैफरी ने 48 सेकेंड पहले ही मुकाबला रोक दिया.

Also Read: CWG 2022: मीराबाई चानू के गोल्ड से मणिपुर में जश्न, बेटी की सफलता के लिए रातभर प्रार्थना करती रही मां
गोल्ड जीतना चाहती हैं जरीन

जरीन का सामना अब क्वार्टरफाइनल में राष्ट्रमंडल खेलों की मौजूदा कांस्य पदक विजेता न्यूजीलैंड की ट्राय गार्टन से होगा जिसमें जीत से वह पोडियम स्थान में पहुंच जायेंगी. मुकाबले में जरीन ने कहा कि वह स्वर्ण पदक से कम से संतोष नहीं करेंगी. उन्होंने कहा, मैं खुश हूं कि मैंने पहला मुकाबला जीत लिया और मैं अगले दौर में अच्छा करने के लिये तैयार हूं. मैं पदक से बस एक मुकाबले की दूरी पर हूं लेकिन मैं यहां स्वर्ण पदक जीतने की उम्मीद लगाये हूं.

थापा की शुरुआत अच्छी 

थापा ने अच्छी शुरूआत की, उन्होंने शुरुआती राउंड में प्रतिद्वंद्वी मुक्केबाज पर पूरी तरह दबदबा बनाया. लेकिन उन्हें अगले दो राउंड में अति-आत्मविश्वास और ‘फोकस’ की कमी का खामियाजा भुगतना पड़ा जिसमें स्कॉटलैंड के मुक्केबाज ने अपनी लंबी कद काठी और लंबे हाथों का बढ़िया इस्तेमाल कर मुक्के जड़े. तीसरे और अंतिम राउंड में थापा मुकाबले में बने हुए थे लेकिन लिंच ने आक्रामक रूख अपनाया जिससे थापा के पास रक्षात्मक होने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा. नतीजा लिंच के पक्ष में रहा.

Also Read: CWG 2022: जानें कौन हैं Jeremy Lalrinnunga, जिसने चोटिल होकर भी दिलाया भारत को गोल्ड मेडल

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें