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जमशेदपुर : ट्रेलर ने डिवाइडर पर सोये बाप बेटे को रौंदा, नींद में था चालक
जमशेदपुर : जमशेदपुर में टाटानगर स्टेशन के सामने चाईबासा स्टैंड के पास अनियंत्रित ट्रेलर ने सड़क किनारे डिवाइडर पर सो रहे एक ही परिवार के छह लोगों को कुचल दिया. हादसे में नारायण सोबर (35) और उसका बेटा राजू सोबर (10) की मौके पर ही मौत हो गयी. नारायण की पत्नी सानू देवी (30), बेटी […]
जमशेदपुर : जमशेदपुर में टाटानगर स्टेशन के सामने चाईबासा स्टैंड के पास अनियंत्रित ट्रेलर ने सड़क किनारे डिवाइडर पर सो रहे एक ही परिवार के छह लोगों को कुचल दिया. हादसे में नारायण सोबर (35) और उसका बेटा राजू सोबर (10) की मौके पर ही मौत हो गयी. नारायण की पत्नी सानू देवी (30), बेटी दुर्गा कुमारी (8) व मनीषा कुमारी (14) और बेटा ओमकार कुमार (6) गंभीर रूप से घायल हो गये. सभी को एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घटना गुरुवार तड़के करीब चार बजे की है. अनियंत्रित ट्रेलर (एनएल 01 एबी-5477) ने डिवाइडर पर लगी तीन फीट ऊंची जाली को भी तोड़ दिया. ट्रेलर बोकारो से आदित्यपुर ब्रिज से होकर चाईबासा जा रहा था. इसकी रफ्तार काफी तेज थी.
ट्रेलर ने की भागने की कोशिश. दुर्घटना के बाद चालक राहुल विश्वकर्मा ट्रेलर को बैक कर भागने के प्रयास में था. हालांकि कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया. चालक की पिटाई कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया. स्थानीय लोगों ने घायलों को बाहर निकाला.
सूचना के बाद मौके पर पुलिस टीम के साथ पहुंचे बागबेड़ा थानेदार लक्ष्मण प्रसाद ने घायलों को इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल भिजवाया. क्रेन की मदद से डिवाइडर पर चढ़े ट्रेलर को हटाया गया. इस दौरान करीब घंटे भर तक स्टेशन रोड जाम रहा.
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहनेवाला है चालक. ट्रेलर चालक राहुल विश्वकर्मा यूपी के आजमगढ़ स्थित कुरधुवां गांव का रहनेवाला है. उसने पुलिस को बताया कि स्टेशन गोलचक्कर पार करने के बाद तीन-चार सैकेंड के लिए झपकी लग गयी. इस कारण ट्रेलर मोड़ने के बजाय सीधे डिवाइडर पर चढ़ गया.
दुर्घटना के बाद उसने ट्रेलर को बैक गियर लगाकर डिवाइडर से उतारने का प्रयास किया. लेकिन चक्का नहीं घूमने की वजह से गाड़ी पीछे नहीं हुई और लोगों ने उसे पकड़ लिया. ट्रेलर मालिक हसन खान मानगो डिमना चौक के रहनेवाले हैं. चालक ट्रेलर लेकर बोकारो से चाईबासा मिट्टी लोड कराने ले जा रहा था.
बड़ा सवाल
ट्रेलर आदित्यपुर ब्रिज से शहर में कैसे घुसा…यहां नो इंट्री है, फिर भी धड़ल्ले से गुजारे जा रहे बड़े वाहन
कमाने आया था परिवार, बस स्टैंड से पुलिस ने भगाया, तो डिवाइडर पर सो रहा था
घायल सोनू देवी के देवर लाल्टू सोबर ने बताया, वे लोग मूल रूप से धनबाद के पाथरडीह के रहनेवाले हैं. दो माह के अंतराल में काम करने शहर आते हैं. एक माह रहकर वापस पाथरडीह चले जाते हैं.
भाई नारायण सोबर के साथ वह स्टेशन में ट्रेन से सब्जी उतारने और वेंडरों को सामान पहुंचाने का काम करता था. परिवार में कुल 11 सदस्य थे. सभी स्टेशन के सामने बस स्टैंड पर सोया करते थे. रात को करीब 10 बजे पुलिस ने वहां से भगा दिया.
इसके बाद उसका भाई नारायण अपनी पत्नी व बच्चों के साथ चाईबासा बस स्टैंड में डिवाइडर के बीच जाकर सो गया. वह 20 कदम की दूरी पर अपनी मां इंद्रा देवी, बहन ज्योति व साथी देवी, मो सोनू के साथ सोया था. दुर्घटना के बाद लोगों ने जगाया. इसके बाद घटना की जानकारी हुई.
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