कुआलालंपुरः लापता विमान की तलाश में लगे मलेशियाई जांचकर्ताओं को संदेह है कि विमान की संचार प्रणाली जानबूझकर बंद की गई थी तथा विमान के तय मार्ग से मुडने से पहले उसके ट्रांसपांडर को बंद कर दिया गया था और उसके बाद विमान सात घंटे से अधिक समय तक उडता रहा.
239 लोगों के साथ मलेशिया एयरलाइंस के विमान के गत शनिवार को लापता होने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आये मलेशियाई प्रधानमंत्री नजीब रजाक यह कहते कहते रुक गए कि यह एक अपहरण है.
उन्होंने कहा, ‘‘..हम यह पता लगाने के लिए सभी संभावनाओं की जांच कर रहे हैं कि उडान संख्या एमएच 370 किस कारण से अपने तय मार्ग से मुडा.’’ नजीब के इस बयान से लापता विमान के बारे में इस अटकल की पुष्टि हुई है कि यह किसी दुर्घटन का शिकार नहीं हुआ था क्योंकि जांच के दायरे में अब विमान के चालक दल के सदस्य और उसके यात्री आएंगे.
प्रधानमंत्री के बयान के कुछ ही समय बाद पुलिस लापता विमान के कैप्टेन जहारी अहमद शाह के घर गए. अधिकारियों ने बताया कि दो पुलिस अधिकारी उपनगरीय क्षेत्र स्थित 53 वर्षीय कैप्टेन जहारी शाह आलम के घर पहुंचे. अधिकारियों ने इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं मुहैया करायी.
नजीब ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘नए उपग्रह संचार के आधार पर हम निश्चित तौर पर कह सकते हैं कि विमान के मलेशिया के पूर्वी तट पर पहुंचने से महज कुछ समय पहले विमान की संचार प्रेषण प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया.’’ रजाक ने कहा कि अधिकारी अब दो संभावित कॉरिडोर्स-कजाखस्तान और तुर्कमेनिस्तान की सीमा के उत्तर में, और इंडोनेशिया से दक्षिणी हिन्द महासागर तक दक्षिणी कॉरिडोर में विमान का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं.
नजीब ने कहा कि विमान जब मलेशिया और वियतनाम के हवाई नियंत्रण कक्ष की सीमा के बीच पहुंचा तो इसके तुरंत बाद इसके ट्रांसपांडर बंद कर दिए गए. उन्होंने कहा, ‘‘रडार आंकडे से पता चला कि इस बिन्दु से आगे एक विमान जिसे एमएच370 माना जाता है वापस मुडा और उत्तर पश्चिम की ओर मुडने से पहले पश्चिमी दिशा की तरफ मुडा.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह विमान में मौजूद किसी व्यक्ति की जानबूझकर की गई कार्रवाई थी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम उपग्रह संचार 8 मार्च को सुबह 8 बजकर 11 मिनट (स्थानीय समयानुसार) पर हुआ.’’ नजीब ने कहा कि संपर्क खो देने के बाद साढे सात घंटे तक विमान हवा में रहा.
विमान कुआलालंपुर से अपराह्न 12 बजकर 41 मिनट पर बीजिंग रवाना हुआ था और बाद में इसका असैन्य रडार से संपर्क टूट गया. मलेशियाई प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मीडिया में विमान के अपहरण की खबरें होने के बावजूद मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हम अब भी सभी संभावनाओं की जांच कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा कि सैटेलाइट रडार के आधार पर यह पुष्टि की जा सकती है कि असैन्य रडार से अदृश्य होने के एक घंटे बाद सैन्य प्राथमिक रडार पर दिखा विमान असल में लापता हुआ मलेशियाई विमान बोइंग 777 उडान संख्या एमएच370 था.नजीब ने कहा कि चालक दल और यात्रियों को लेकर जांच पर दोबारा ध्यान केंद्रित किया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘‘स्पष्टत: एमएच370 के लिए जांच एक नए चरण में प्रवेश कर चुकी है.’’ नजीब ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि यह नई सूचना हमें विमान को ढूंढने के एक कदम नजदीक लाई है.’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम दक्षिण चीन सागर में अपना अभियान खत्म कर रहे हैं और दोबारा से अपनी तैनाती का पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं.’’ दक्षिण पूर्वी एशिया में 14 देशों की नौसेनाओं और विमानों द्वारा खोज अभियान चलाए जाने के बावजूद अब तक विमान का कोई पता नहीं चला है और न ही उसके किसी अवशेष के संकेत दिखे हैं. तलाशी अभियान में 43 जहाज और 58 विमान लगे हैं.