कराची : साल 2000 में इंडियन एयरलाइंस के अगवा विमान में बंधकों को सही-सलामत छोड़ने के एवज में भारत द्वारा रिहा किए गए आतंकवादी उमर सईद शेख ने पाकिस्तान की एक जेल में खुदकुशी की कोशिश की. वरिष्ठ जेल अधिकारी अकरम नईम ने कहा कि वॉल स्टरीट जनरल के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या के मामले में फांसी की सजा का सामना कर रहे ब्रिटिश-पाकिस्तानी नागरिक शेख ने बुधवार की रात सिंध प्रांत के हैदराबाद सेंट्रल जेल में खुदकुशी की कोशिश की.
नईम ने कहा कि जब शेख ने अपने सेल में फांसी लगाकर खुदकुशी करने की कोशिश की तो समय रहते जेल कर्मियों ने उसे ऐसा करने से रोक दिया. उन्होंने कहा, ‘‘उसे एक अलग सेल में रखा गया है और एक अलग हिस्से में रखा गया है क्योंकि वह कोई साधारण अपराधी नहीं है.’’ भारत ने 1 जनवरी 2000 को शेख के साथ मौलाना मसूद अजहर और मुश्ताक अहमद जरगर को छोड़ा था. इन आतंकवादियों को इंडियन एयरलाइंस के अगवा विमान से बंधकों को छुड़ाने की एवज में रिहा किया गया था.
कराची में एक आतंकवाद निरोधक अदालत ने शेख को पर्ल की हत्या का दोषी पाते हुए मौत की सजा सुनायी थी. साल 2002 में अल-कायदा पर एक रिपोर्ट पर काम कर रहे पर्ल को शेख तथा तीन अन्य ने कराची में अगवा कर लिया था और गला काटकर उनकी हत्या कर दी थी. खुफिया एजेंसियों ने पर्ल की हत्या के तुरंत बाद फरवरी 2002 में शेख को लाहौर से गिरफ्तार कर लिया था. नईम ने कहा कि डॉक्टरों ने तुरंत शेख का इलाज किया और अब वह स्थिर हालत में है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने उसके खिलाफ खुदकुशी की कोशिश का मामला दर्ज किया है और अब उसे अतिरिक्त सजा मिल सकती है.’’