ढाका : बांग्लादेश में विपक्षी दल बीएनपी और उसके सहयोगियों की ओर से चुनाव का बहिष्कार करने के आह्वान के बीच आज हो रहे मतदान के शुरुआती घंटों में बहुत कम मतदाताओं ने मतदान केंद्रों का रुख किया है. वहीं देश में अलग अलग जगहों पर हुए संघर्ष में छह लोगों की मौत हो गयी. अधिकारियों ने बताया कि आज स्थानीय समयानुसार सुबह 8 बजे बांग्लादेश के 59 जिलों के 300 निर्वाचन क्षेत्रों में से 147 में मतदान शुरु हो गया.
पुलिस के साथ पार्लियामेंटरी बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश और रैपिड एक्शन बटालियन फोर्स को भी चुनाव ड्यूटी पर लगाया गया है. 147 सीटों के लिए 390 उम्मीदवार मैदान में है जिनमें से अधिकतर उम्मीदवार सत्तारुढ़ आवामी लीग और उसकी सहयोगी जातीय पार्टी के हैं. इन सीटों के कुल मतदाताओं की संख्या करीब 4.4 करोड़ है. बांग्लादेश में शेष 153 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव नहीं हो रहे क्योंकि विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी :बीएनपी: के नेतृत्व वाला 18 पार्टियों का गठबंधन चुनाव का बहिष्कार कर रहा है. इस तरह यहां किसी विपक्षी उम्मीदवार के होने के कारण बिना चुनाव के ही अवामी लीग के उम्मीदवार निर्वाचित हो गए हैं.
स्थानीय मीडिया के अनुसार शुरुआती घंटों में काफी कम मतदान हुआ है तथा कई जगहों पर तो लगभग शून्य प्रतिशत मतदान रहा है. कम मतदान होने से विपक्षी दलों को इस चुनाव की वैधता पर सवाल खड़े करने का मौका मिल सकता है. बांग्लादेशी पुलिस ने कहा है कि उत्तर पश्चिमी ठाकुरगांव में संदिग्ध विपक्षी कार्यकर्ताओं ने एक मतदान केंद्र के सहायक चुनाव अधिकारी की हत्या कर दी. साथ ही देश के अलग अलग हिस्सों में हुए संघर्ष में पांच अन्य लोग मारे गए.
पुलिस अधीक्षक फैसल महमूद ने कहा, ‘‘बदमाशों ने धारदार हथियारों से (चुनाव अधिकारी) जोबैदुर रहमान की हत्या कर दी और मोलोतोव कोकटेल्स का इस्तेमाल कर मतदान केंद्र में आग लगा दी. घटना में पांच पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.’’ समाचार चैनलों की खबरों के अनुसार रंगपुर में पुलिस के साथ संघर्ष में दो विपक्षी कार्यकर्ता मारे गए. इनके अलावा दक्षिण पश्चिमी दिनाजपुर, निल्फामारी और मध्य गाजीपुर में भी हिंसा में लोगों के मारे जाने की खबर है.
अधिकारियों ने आगजनी की घटनाओं के बाद एक दर्जन से अधिक अस्थायी मतदान केंद्रों पर मतदान स्थगित कर दिया. बीएनपी अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया और उनके निर्वासित बेटे एवं पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तारिक रहमान ने चुनावों के बहिष्कार का अलग अलग आह्वान किया था. बीएनपी नीत विपक्षी गठबंधन ने चुनाव स्थगित करने और तटस्थ कार्यवाहक सरकार के गठन की मांग की थी लेकिन शेख हसीना ने उसकी मांगें ठुकरा दीं. विपक्ष की हड़ताल के बीच देश में हुई हिंसा में अब तक 140 लोग मारे जा चुके हैं.